कवर्धा: कबीरधाम कलेक्ट्रेट पर आज छत्तीसगढ़ गोंडवाना समाज और भीम आर्मी के कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे. भारत एकता मिशन के नेतृत्व में ये प्रदर्शन किया जाएगा. भीमा आर्मी और गोंडवाना समाज अपनी अलग अलग मांगों को लेकर एकजुट तरीके से अपनी आवाज बुलंद करेंगे. कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन पर के बाद भीम आर्मी और गोंडवाना समाज के लोग जिला प्रशासन का पुतला भी दहन करेंगे. पुतला दहन के कार्यक्रम और घेराव की तैयारियों के मद्देनजर सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं. चप्पे चप्पे पर पुलिस की तैनाती गई है. त्योहार के मद्देनजर किसी तरह के हंगामे के आसार नहीं बनें इसकी व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से की गई है.
कलेक्ट्रेट घेराव और पुतला दहन की तैयारी: प्रदर्शन की वजह से किसी तरह के हंगामे की स्थिति नहीं बने इसका इंतजाम किया गया है. कलेक्ट्रेट की ओर जाने वाले सभी रास्तों को बैरिकेडिंग के जरिए बंद किया गया है. लोगों को रोकने के लिए डबल लेयर की बैरिकेडिंग की गई है. कलेक्ट्रेट के आस पास जितनी भी दुकानें हैं उनको एहतियात के तौर पर बंद रखने को कहा गया है.
अलर्ट पर पुलिस प्रशासन: धरना प्रदर्शन को लेकर पुलिस और जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर है. शहर में 700 से अधिक पुलिस बल तैनात किए गए हैं. वहीं, जिले भर के सभी थानों के टीआई, एसडीओपी और वरिष्ठ अधिकारी लगातार निगरानी कर रहे हैं. संभावित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए चौक-चौराहों पर पुलिस जवानों की ड्यूटी लगाई गई है. कलेक्ट्रेट क्षेत्र में ड्रोन से निगरानी की जा रही है. फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर मौजूद है ताकि किसी तरह के हालात से तत्काल निपटा जा सके.
क्यों हो रहा है प्रदर्शन: प्रदर्शनकारियों ने पंडरिया के कामठी मंदिर विवाद, बेमेतरा के नवागढ़ में अनुसूचित जाति युवक की हत्या, डोंगरगढ़ बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट से जुड़ी मांगों और आदिवासी युवती से हुए गैंगरेप प्रकरण को लेकर प्रदर्शन की तैयारी की है. बढ़ते अपराध को लेकर भीम आर्मी और गोंडवाना समाज के लोग प्रशासन से नाराज हैं. प्रदर्शन की तैयारी में जुटे लोगों का कहना है कि पुलिस और प्रशासन की निष्क्रियता से अपराध का ग्राफ बढ़ा है. वो चाहते हैं कि हर हाल में पीड़ितों को जल्द से जल्द न्याय और मुआवजा मिले.
पुलिस की चेतावनी और अपील: पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी है कि विरोध शांतिपूर्ण तरीके से किया जाए, अन्यथा किसी भी प्रकार की अराजकता या सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. प्रदर्शन में 1 हजार से अधिक लोगों की उपस्थिति की संभावना जताई जा रही है.