आज सोमवार का दिन है. हिंदू धर्म शास्त्रों में ये दिन भगवान शिव को समर्पित किया गया है. सोमवार को विधि पूर्वक भगवान भोलेनाथ की पूजा का विधान है. साथ ही व्रत भी रखा जाता है. धार्मिक मान्यता है कि सोमवार को पूजा और व्रत रखने से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं. साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से दांपत्य जीवन में मधुरता आती है.
इस दिन भगवान का पूजन करने से परिवार में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है. कर्ज और आर्थिक संकट से मुक्ति मिलती है. संतान सुख, नौकरी व विवाह में आ रही समस्याएं दूर होती हैं.भगवान भोलेनाथ को पूजा के समय काले तिल भी अवश्य चढ़ाने चाहिए. भगवान भोलेनाथ को पूजा के समय जल में काले तिल डालकर चढ़ाने से चमत्कारी फल मिलते हैं.
देवकीनंदन ठाकुर के अनुसार…
कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर के अनुसार, शिव जी की पूजा के दौरान उनको जल में काले तिल डालकर अवश्य चढ़ाने चाहिए. अगर किसी व्यक्ति को कोई रोग है, तो उसको अवश्य शिव जी को जल में काले तिल डालकार चढ़ाना चाहिए. जल में काले तिल डालकर भगवान शिव को चढ़ाने से व्यक्ति रोग मुक्त हो जाता है. इस संसार में व्यक्ति की सबसे बड़ी सपंत्ति उसका निरोगी शरीर है.
सोमवार को कैसे करें शिव जी की पूजा?
इस दिन प्रातःकाल उठकर स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनने चाहिए. इसके बाद पंचामृत से विधिपूर्वक भोलेनाथ का अभिषेक करना चाहिए. अब एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर भगवान शिव की प्रतिमा रखनी चाहिए. शिव जी को सफेद चंदन का तिलक लगाना चाहिए. महादेव को सफेद फूल, धतूरा, भांग और बेलपत्र चढ़ाना चाहिए. इसके बाद स्वच्छ जल से स्नान कराना चाहिए. जल में काले तिल डाल सकते हैं. देशी घी का दीपक जलाकर महादेव की आरती करनी चाहिए. सोमवार की व्रत कथा का पाठ करना या सुनना चाहिए. इसके बाद खीर, फल और मिठाई का भोग लगाना चाहिए. अंत में लोगों में प्रसाद का वितरण करें और खुद भी ग्रहण करना चाहिए.