उत्तर प्रदेश में हड़कंप: संभल के नामी मीट कारोबारियों के ठिकानों पर IT और ED का छापा, अवैध लेन-देन की जांच उत्तरप्रदेश By Nayan Datt On Oct 13, 2025 उत्तर प्रदेश में इनकम टैक्स और ईडी की टीम ने मीट कारोबारियों के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है. टीम की तरफ से ये छापेमारी आज तड़के सुबह की गई है. संभल में इंडियन फ्रोजन फूड्स के मालिक हाजी रिजवान, इरफान के ठिकानों पर इनकम टैक्स की टीम ने छापा मारा है. स्थानीय लोगों के मुताबिक सुबह से ही इलाके में हलचल बढ़ गई थी और किसी को अंदर-बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है. इसके अलावा हापुड़ में भी छापेमारी की जा रही है. यह भी पढ़ें UPSC छात्र को मिला इंसाफ: बैंक की बड़ी गलती पड़ी भारी,… Oct 13, 2025 प्रेमानंद महाराज की भक्ति का अद्भुत संकल्प: स्वास्थ्य में… Oct 13, 2025 संभल में तड़के सुबह 32 गाड़ियों से पहुंची टीम के हड़कंप मच गया. पुलिस पीएसी चारों तरफ से घर की घेराबंदी किए हुए है. इस पूरी छापेमारी में 100 से ज्यादा अधिकारी शामिल हैं. टीम एक साथ कई ठिकानों पर छानबीन कर रही है. सूत्रों के मुताबिक ईडी की टीम ने हाजी रिजवान, इरफ़ान के घर और फैक्ट्री दोनों स्थानों पर जांच शुरू कर दी है. फिलहाल इनकम टैक्स विभाग की कार्रवाई चल रही है. अधिकारियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. टीम ने सभी के मोबाइल, कंप्यूटर, दस्तावेज और रजिस्टर जब्त कर लिए हैं. जांच में दिल्ली, लखनऊ और मुरादाबाद की टीमें भी शामिल हैं. किसी को नहीं लगी भनक संभल में इंडियन फ्रोजन फूड्स के मालिक हाजी रिजवान, इरफान के ठिकानों पर हुई छापेमारी की भनक किसी को नहीं लगी. टीम ने गुपचुप तरीके से तड़के सुबह ही धावा बोल दिया. इसके साथ ही घर और फैक्ट्री में मौजूद कर्मचारियों को बाहर भी नहीं निकलने दिया जा रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि यह कार्रवाई लंबी चल सकती है. वहीं फैक्ट्री में काम करने वालों लोग जो बाहर थे उन्हें भी अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है. एक साथ पहुंची कई गाड़ियां संभल में सुबह छापेमारी के लिए एक साथ 30 से ज्यादा गाड़ियां पहुंची हैं. इस कार्रवाई में लखनऊ और दिल्ली के अधितकर भी शामिल हैं. इसके अलावा बड़ी संख्या में पुलिसबल भी मौजूद है. सुबह 7 बजे से शुरू हुई यह कार्रवाई अब भी जारी है. छापेमारी सिर्फ संभल तक सीमित नहीं है. बल्कि कई अन्य ठिकानों पर चल रही है. माना जा रहा है कि यह कार्रवाई कर चोरी, काले धन और वित्तीय अनियमितताओं से जुड़ी हो सकती है. Share