धमतरी नगर निगम में भ्रष्टाचार : बाउंड्रीवॉल बचाने के लिए दिए पैसे , फिर भी गिरा दी गई दीवार, बिफरे महापौर
धमतरी : धमतरी नगर निगम में भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ है. शिकायतकर्ता ने महापौर रामू रोहरा के पास इसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई है. जिसमें इस बात का जिक्र है कि नगर निगम के कर्मचारी ने बाउंड्री वॉल ना तोड़ने के एवज में 25 हजार रुपए की रिश्वत ली.शिकायत पर अमल करते हुए महापौर ने इससे संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों को नोटिस थमाया है. यही नहीं जांच के बाद बड़ी कार्रवाई करने की बात भी महापौर ने की है.
क्या है मामला ?: धमतरी नगर निगम में एकता नगर निवासी ओमप्रकाश साहू ने रिश्वत की शिकायत की है.अपनी शिकायत में ओमप्रकाश ने कहा कि उसने रामपुर वार्ड में सुखदेव सिन्हा का मकान एवं खुली जमीन खरीदी है. जहां पहले से ही बाउंड्रीवॉल जीर्णशीर्ण अवस्था में थी.जमीन की रजिस्ट्री होने के बाद उसने नई बाउंड्रीवॉल का निर्माण करवाया. लेकिन नगर निगम ने नोटिस थमाकर बाउंड्री वॉल तोड़ दी. इसके बाद ओमप्रकाश ने नगर निगम से बाउंड्री वाल निर्माण के लिए विधिवत परमिशन ली और शुल्क जमा किया. शुल्क जमा करने के बाद एक बार फिर बाउंड्रीवॉल बनवाई गई.लेकिन कुछ दिन बाद निगम ने फिर से बाउंड्रीवॉल तोड़ने का नोटिस थमा दिया.

निगम दफ्तर में मांगी गई घूस : इस बात से परेशान होकर ओमप्रकाश निगम दफ्तर पहुंचे. जहां उन्हें सुनील सालुंके मिला. सालुंके ने ओमप्रकाश से कहा कि वो बाउंड्रीवॉल और दीवार संबंधी काम अफसर से बोलकर करवा देंगे. इसके लिए सुनील सालुंके ने डिप्टी कमिश्नर पीसी सार्वा का नाम लिया. सुनील सालुंके ने ओमप्रकाश को भरोसा दिलाया कि उसने अन्य लोगों के भी काम करवाएं हैं.लेकिन इसके लिए 25 हजार रुपए लगेंगे. ओमप्रकाश की दीवार तोड़ने के लिए निगम का नोटिस निकला था तो उसने मांगी गई रकम को कार्यालय परिषद के सामने दे दिया. लेकिन कुछ दिन बाद निगम ने मजदूर और जेसीबी की मदद से फिर से बाउंड्रीवॉल तोड़ दी. जिससे परेशान होकर ओमप्रकाश ने महापौर से इस बात की शिकायत की है. महापौर रामू रोहरा ने कहा कि ओमप्रकाश साहू के लिखित शिकायत के बाद संबंधित अधिकारियों को नोटिस भेजा गया है.
सुनील सालुंके को भी नोटिस भेजा गया है.पारदर्शिता के साथ नगर निगम में काम हो रहा है और आगे भी होता रहेगा. कोई भी अगर इस तरीके से काम करता है तो बड़ी से बड़ी कार्रवाई होगी. मैं ऐसे लोगों को सावधान कर देना चाहता हूं कि एक भी अगर ऐसी शिकायत मिलती है तो उन पर कार्रवाई होगी. पत्र के माध्यम से जांच कर इनके ऊपर भी कार्रवाई की जाएगी- जगदीश रामू रोहरा, महापौर

आपको बता दें कि इस मामले में फरियादी को ना सिर्फ मानसिक रुप से परेशान किया गया,बल्कि उसे आर्थिक क्षति भी पहुंचाई गई.परमिशन के बाद भी नोटिस जारी करके बार-बार बाउंड्रीवॉल को तोड़ा गया.यही नहीं अधिकारी का नाम लेकर पैसे लेने के बाद भी दीवार तोड़ दी गई.लिहाजा अब शिकायतकर्ता ने अधिकारी और कर्मचारी पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.