कौन हैं टॉमी रॉबिन्सन, जिनकी एक अपील पर लंदन में जुटे लाखों लोग विदेश By Nayan Datt On Sep 14, 2025 लंदन में शनिवार को 1 लाख से ज्यादा लोगों ने ‘यूनाइट द किंगडम’ नाम की रैली निकाली. इसका नेतृत्व एंटी इमिग्रेशन नेता टॉमी रॉबिन्सन ने किया. इमिग्रेशन विरोधी इस रैली को ब्रिटेन की सबसे बड़ी दक्षिणपंथी रैली माना जा रहा है. आइए जानते हैं टॉमी रॉबिन्सन के बारे में, जो ब्रिटेन के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक माने जाते हैं… यह भी पढ़ें ईरान का बड़ा और हैरान करने वाला कदम! पाकिस्तान के बॉर्डर पर… Nov 14, 2025 PAK vs SL: श्रीलंकाई खिलाड़ियों के फैसले से PCB अध्यक्ष… Nov 13, 2025 41 साल के टॉमी रॉबिन्सन का असली नाम स्टीवेन क्रिस्टोफर याक्सले-लेनन है. उनका जन्म 1982 में लंदन में हुआ था. वह 20 साल की उम्र में ब्रिटिश नेशनल पार्टी में शामिल हुए थे, लेकिन साल भर बाद ही पार्टी छोड़ दी. टॉमी की शादी जुलाई 2011 में हुई थी और उनके तीन बच्चे हैं. वह इस्लामी कट्टरपंथ और ब्रिटेन में बढ़ते प्रवासन की समस्या को लेकर अपनी चिंता जताते रहे हैं. टॉमी पर कई आपराधिक मामले टॉमी कई साल जेल में रह चुके हैं. उनका आपराधिक रिकॉर्ड बहुत लंबा है. उनके खिलाफ हमले, बंधक बनाने, धोखाधड़ी और कोर्ट की अवमानना जैसे कई मामले हैं. 2018 में उन्होंने कोर्ट के बाहर लाइव वीडियो किया था, जिसकी वजह से जेल भी भेजे गए थे. 2024 में हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन करने पर उन्हें 18 महीने की सजा मिली. 2021 में उन्होंने कहा था कि वे दिवालिया हो चुके हैं और डोनेशन में मिले लाखों पाउंड जुए में गंवा दिए. इसके बावजूद वे काफी प्रभावशाली व्यक्ति हैं. टॉमी खुद को एक पत्रकार बताते हैं जो सरकार की गलतियों को सामने लाता है. 2009 में इंग्लिश डिफेंस लीग बनाई टॉमी ने साल 2009 में इंग्लिश डिफेंस लीग नाम का संगठन बनाया था. इसका नाम कई हिंसक घटनाओं और फुटबॉल हंगामों से जुड़ गया. साल 2013 में रॉबिन्सन ने संगठन की अगुआई छोड़ दी, लेकिन वे कार्यकर्ता और ऑनलाइन प्रचारक के तौर पर काम करते रहे. 2018 में टॉमी का ट्विटर अकाउंट बैन कर दिया गया. लेकिन इलॉन मस्क के आने के बाद वह फिर से ट्विटर पर एक्टिव हैं, उनके 10 लाख से भी ज्यादा फॉलोअर्स हैं. टॉमी रॉबिन्सन के नेतृत्व में शनिवार को ब्रिटेन में प्रवासियों के होटल के बाहर रैली शुरू हुई. प्रदर्शनकारियों ने यूनियन जैक, रेड-व्हाइट सेंट जॉर्ज क्रॉस के झंडे लहराए. कई प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी और इजराइली झंडे भी लहराए. इस दौरान उन्होंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के खिलाफ नारे लगाए. Share