शहडोल। शहडोल जिला मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर हर्री गांव में संचालित शासकीय एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के छात्र-छात्राएं मेस में अच्छा खाना न मिलने का आरोप लगाते हुए पैदल 10 किलोमीटर चलते हुए कलेक्टर के पास अपनी शिकायत लेकर जा रहे हैं। इन छात्राओं ने बताया कि उनको कई सालों से अच्छा खाना नहीं दिया जा रहा।
मीनू के हिसाब से भोजन तैयार नहीं होता है इसके अलावा नाश्ता भी ना तो समय पर मिलता है और ना ही उसकी गुणवत्ता ठीक रहती है। इन छात्राओं का कहना है कि अपनी समस्या को लेकर लंबे समय से वह शिकायत करते आ रहे हैं, लेकिन उनकी शिकायत यहां के प्राचार्य श्रद्धानंद दुबे सुनते ही नहीं है। इन छात्र-छात्राओं ने आरोप लगाया है कि अपनी समस्या को लेकर उन्होंने प्राचार्य के अलावा अन्य अधिकारियों को भी शिकायत की है, लेकिन अब तक स्थिति जस की तस है और इसी कारण आज वह विरोध पर उतरे हैं।
भोजन में कटौती की जा रही है
इन छात्र-छात्राओं का कहना है कि प्राचार्य की अनदेखी के चलते हमारे भोजन में कटौती की जा रही है साथ ही हमें गुणवत्ताहीन भोजन दिया जा रहा है। छात्र-छात्राओं के विरोध की जानकारी लगते ही जनजातिय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त आनंद राय सिंहा भी स्कूल पहुंचे लेकिन इन छात्र-छात्राओं ने उनकी बात नहीं सुनी। उन्होंने कहा कि आज हम कलेक्टर से मिलकर ही अपनी बात रखेंगे।
10 किलोमीटर से पैदल चिलचिलाती धूप में यह छात्र-छात्राएं कलेक्ट्रेट जा रहे हैं। रास्ते में उनके साथ सहायक आयुक्त आनंद राय भी अपनी कार में चल रहे हैं। सहायक आयुक्त से जब इस संबंध में बात की गई तो उनका कहना था कि कोई मेस मामला है। मैं इन बच्चों से बात करने के लिए गया था, लेकिन इन बच्चों ने मुझे ही धक्का दे दिया और स्कूल से बाहर विरोध करते हुए कलेक्ट्रेट की ओर निकल पड़े हैं।