रेलवे विभाग सिस्टम में बड़ा बदलाव करने जा रही है। तत्काल टिकट में लगातार हो रही धोखाधड़ी को रोकने के लिए भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम लिमिटेड (आईआरसीटीसी) ने अब सिस्टम को अपग्रेड करने की योजना शुरू की है। इसके तहत आईआरसीटीसी यूजर्स को अपनी आईडी को आधार कार्ड से लिंक करना जरूरी होगा, अन्यथा उनकी टिकट बुक नहीं होगी। इस संबंध में अधिकारियों का कहना है कि लोग तत्काल टिकट के लिए लाइन में खड़े रहते थे और 2 मिनट में ही टिकट बुक हो जाती थी, जिसको लेकर रेल मंत्रालय में लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है। इसके साथ ही रेलवे अपने सिस्टम को भी अपग्रेड करने की योजना बना रहा है, ताकि आम लोगों को रेलवे रिजर्वेशन काउंटर से आसानी से टिकट मिल सके।
अपग्रेड करने की तैयारी
तत्काल टिकट के लिए लाइन में खड़े लोगों की ज्यादातर शिकायत यही थी कि शहर के रिजर्वेशन काउंटर पर चलने वाले कंप्यूटर सिस्टम बहुत धीमे हैं। इसी कारण अंबाला मंडल ने चंडीगढ़ व पंचकूला की ओर तथा सेक्टर-17 में आरक्षण काउंटरों पर अपने टिकट काउंटरों की प्रणाली को अपग्रेड करने का निर्णय लिया है, ताकि टिकटिंग के समय यह प्रणाली धीमी न हो तथा तत्काल टिकट के समय में अधिक से अधिक टिकट जारी किए जा सकें। जानकारी के अनुसार, लोग रात से ही तत्काल टिकट के लिए लाइन में खड़े हो जाते थे, लेकिन केवल 1 नंबर वाले व्यक्ति को ही टिकट मिलती थी। कई बार कर्मचारी कहते थे कि कंप्यूटर धीमा हो गया है।
तत्काल टिकटों की अवैध बुकिंग का आरोपी काबू
चंडीगढ़ में तत्काल टिकटों की अवैध बुकिंग का मामला पकड़ा जा चुका है, जिस पर आरपीएफ ने केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की थी। जानकारी के अनुसार, वर्ष 2016 में ढकौली में अवैध तत्काल टिकट बुकिंग का मामला सामने आया था, जिसके बाद आरपीएफ ने एक आरोपी को साहा तथा दूसरे को ढकौली से पकड़ा था। पकड़े गए दोनों एजेंटों को रेलवे एक्ट-143 के तहत हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया था। ये कहते हैं नियम
रेलवे के नियमों की बात करें तो IRCTC पर बनी यूजर आईडी से एक महीने में सिर्फ 10 टिकट ही बुक किए जा सकते हैं, लेकिन साइबर कैफे संचालकों ने अवैध रूप से आईडी बना रखी हैं, जिससे वे एक महीने में कई टिकट बुक कर लेते हैं, इतना ही नहीं कई कैफे संचालकों का सिस्टम इतना तेज है कि वे सिर्फ 2 मिनट में ही तत्काल टिकट बुक कर लेते हैं।