उत्तर प्रदेश में बुधवार को बिगड़े मौसम ने 19 लोगों की जान ले ली, जबकि कई लोग घायल हो गए. हालांकि, आंधी और बारिश से मौसम खुशनुमा हो गया. प्रदेश के 39 जिलों में मौसम विभाग ने आज भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. तेज आंधी और बारिश से कई पेड़ों, होर्डिंग्स और आकाशीय बिजली गिरने की भी घटना सामने आई है.गोरखपुर में बिजली गिरने से युवक की मौत हो गई. वहीं, उसकी मां बुरी तरह से झुलस गई.
बुधवार को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में तेज आंधी और बारिस का असर देखा गया. मौसम विभाग के अनुसार, आंधी के दौरान हवाएं 80 किलोमीटर घंटे की रफ्तार से चल रही थी. बीते कई दिनों से प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ रही थी, जिसके चलते लोगों का सड़कों पर निकलना तक मुश्किल हो गया था. बुधवार रात तेज आंधी-पानी आने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली.इस दौरान जान-माल का काफी नुकसान भी हुआ है. पूरे यूपी में आंधी और बारिश के दौरान करीब 19 लोगों की मौत हो गई. कुशीनगर में एक आम का पेड़ गिरने से भाई बहन दब गए, जब तक उन्हें निकाला जाता, उन्होंने दम तोड़ दिया था.
लखीमपुर में दीवार और टिन शेड गिरने से तीन की मौत
वहीं, कुशीगनर के ही रामकोला में आंधी की चपेट में आने से महिला की मौत हो गई. साथ ही लखीमपुर में तेज आंधी से दीवार और टिन शेड गिर गई, जिसमें दबने से पिता-बेटी सहित तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि पलिया, मझगईं और बिजुआ क्षेत्र में पेड़ गिरने से रास्ते बाधित हो गए थे. गाजियाबाद में भी आंधी से 50 से अधिक स्थानों पर पेड़ गिर गए. यहां तीन लोगों की मौत हो गई. इसी तरह सहारनपुर में बारिश और ओलावृष्टि के बीच बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक युवक बुरी से झुलस गया.
सड़क पर पेड़ गिरने से हादसा
अलीगढ़ में एक और मेरठ में दो व्यक्तियों की आंधी की चपेट में आने से मौत हो गई. वहीं, सोनभद्र में बिजली गिरने से एक बच्ची समेत दो लोगों की जान चली गई. वहीं, बताया जा रहा है कि लू लगने से झांसी के रक्सा थाना क्षेत्र के राजापुर गांव में एक युवक की मौत हो गई. उधर, बिजनौर में भी आंधी से गिरे पेड़ से टकराकर बाइक सवार सुरेंद्र सिंह पुष्पेंद्र की मौत हो गई, जो कि बागपत जिले के रहने वाले थे.
मथुरा में भी आंधी पानी ने खूब तबाही मचाई. कई जगहों पर पेड़ गिरने से बिजली व्यवस्था ठप हो गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि मृतक परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाए और घायलों का समुचित इलाज कराया जाए.