भारत को आधुनिक बनाने में निभाई अहम भूमिका… राजीव गांधी की 34वीं पुण्यतिथि पर कांग्रेस ने ऐसे दी श्रद्धांजलि
कांग्रेस ने बुधवार को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 34वीं पुण्यतिथि पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राजीव गांधी की दूरदर्शिता और साहसिक निर्णयों ने भारत को 21वीं सदी की चुनौतियों और अवसरों के लिए तैयार किया. खरगे और राहुल गांधी ने नई दिल्ली के वीर भूमि स्मारक पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर याद किया.
इस मौके पर राहुल गांधी ने अपने एक्स हैंडल के जरिए हिंदी में एक इमोशनल मैसेज शेयर करते हुए लिखा कि उनके पिता की यादें उन्हें हर कदम पर मार्गदर्शन देती हैं. उन्होंने संकल्प लिया कि वो राजीव गांधी के अधूरे सपनों को साकार करेंगे.
खरगे ने ऐसे दी श्रद्धांजलि
पार्टी अध्यक्ष खरगे ने अपने मैसेज में राजीव गांधी को भारत का महान सपूत बताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व ने लाखों भारतीयों में आशा और विश्वास जगाया. उन्होंने भारत को आधुनिक बनाने के लिए कई ऐतिहासिक कदम उठाए जैसे मतदान की आयु घटाकर 18 वर्ष करना, पंचायती राज को मजबूत करना, दूरसंचार और आईटी क्रांति, कम्प्यूटरीकरण कार्यक्रम, निरंतर शांति समझौते, महिला सशक्तिकरण व भागीदारी के लिए उन्होंने कई परिवर्तनकारी कदम उठाए.
उन्होंने आगे कहा, राजीव जी ने समाज के सभी तबकों के कल्याण को ध्यान में रख कर अपने शासनकाल में 11 नीतियां बनाई. इसमें नई शिक्षा नीति, आवास नीति, नई स्वास्थ्य नीति, नयी सिंचाई नीति प्रमुख है. पीने का पानी, टीकाकरण, साक्षरता, बाढ़ नियंत्रण, खाने के तेल, दुग्ध उत्पादन और टेलीकॉम पर टेक्नालाजी मिशन बनाया.इसके साथ ही उन्होंने समावेशी शिक्षा पर भी ध्यान दिया.
“मोदी में वो बात नहीं हैं”
कांग्रेस महासचिव (संचार प्रभारी) जयराम रमेश ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री और राजीव गांधी के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी अटल बिहारी वाजपेयी ने एक घटना का जिक्र किया कि कैसे राजीव गांधी ने उन्हें संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया था, ताकि उनका विदेश में इलाज हो सके क्योंकि वे जानते थे कि मेरे पास पैसे की व्यवस्था नहीं है. इस पर रमेश ने राजीव गांधी की मानवता की प्रशंसा की और साथ ही वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आड़े हाथों लिया बोले कि ये गुण उनमें नहीं हैं.
कांग्रेस नेता रमेश ने दावा किया कि 1950 के दशक से सांसदों के प्रतिनिधिमंडल हर साल अक्टूबर-नवंबर में संयुक्त राष्ट्र जाते थे, लेकिन 2014 के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस परंपरा को बंद कर दिया. उन्होंने यह भी कहा कि अब जब उनकी वैश्विक छवि को नुकसान पहुंचा है, तो वे सवालों से ध्यान हटाने के लिए सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को विभिन्न देशों में भेज रहे हैं.
“राजीव आज भी हमारे साथ हैं”
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आतंकवादियों ने उनको हमसे बहुत जल्दी छीन लिया. उन्होंने कहा कि उन्हें आज भी राजीव की कमी हर दिन महसूस होती है. वेणुगोपाल ने भारत की एकता और सुरक्षा के लिए राजीव के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए कहा कि हमें उनके सपनों का भारत बनाने और उनकी शहादत को व्यर्थ न जाने देने का संकल्प लेना होगा.
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर कहा कि राजीव गांधी का नेतृत्व न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के सिद्धांतों पर आधारित था. उन्होंने सामाजिक न्याय और जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए पंचायती राज व्यवस्था को लागू किया, युवाओं को सशक्त किया और भारत में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी को क्रांति की ओर ले गए. पार्टी ने कहा कि राजीव गांधी ने राष्ट्र के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया और उनकी शहादत देश के लिए आज प्रेरणा बनी हुई है.
कैसे हुई थी राजीव गांधी की हत्या
राजीव गांधी 1984 से 1989 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे और उनकी सरकार कांग्रेस की आखिरी बहुमत वाली सरकार थी. 21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में चुनाव प्रचार के दौरान श्रीलंका के आतंकी संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) ने उनकी हत्या कर दी थी. आज उनकी पुण्यतिथि पर कई कांग्रेस नेताओं ने उनके योगदान को याद किया और भारत के लिए उनके सपनों को साकार करने का संकल्प दोहराया.