कैसी होती है SSG कमांडों ट्रेनिंग? पहलगाम के आतंकी इसी से हुए थे ट्रेंड, फिर किया था हमला हिमाचल प्रदेश By Nayan Datt On May 6, 2025 एसएसजी कमांडो फोर्स यानी कमांडो फोर्स स्पेशल सर्विस, जो एक ग्रुप है. SSG कमांडो आतंकी हमले, वीआईपी की सुरक्षा और हाइजैक जैसे सिचुएशन से लड़ने में माहिर होते हैं. इन्हें इतने अच्छे से ट्रेंड किया जाता है कि वह किसी भी मुश्किल हालात के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. इन कमांडो की ट्रेनिंग भी बेहद मुश्किल होती है. ट्रेनिंग के लिए SSG कमांडों को अमेरिकी नौसेना के सील कमांडोज के पास भेजा जाता है. यह भी पढ़ें एक सांसद अपने संसदीय क्षेत्र के लिए क्या-क्या कर सकता है?… Jul 7, 2025 मुझे उम्मीद है कि मैं 30-40 साल तक और जीवित रहूंगा… दलाई… Jul 5, 2025 SSG कमांडो की ट्रेनिंग बहुत सख्त होती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक SSG कमांडो को न सिर्फ फिजिकल और मेंटल फिटनेस बल्कि साथ-साथ हथियारों, मिलिट्री नेविगेशन और विस्फोटकों के इस्तेमाल की ट्रेनिंग भी दी जाती है. इन कमांडो से ट्रेनिंग के दौरान 12 घंटे में 56 किमी दौड़ लगवाई जाती है. पैराशूट से कूदने, तैरने, गोताखोरी करने और जूडो-कराटे में कमांडो को एक्सपर्ट बनाया जाता है. SSG कमांडो जैसी ट्रेनिंग दी गई जम्मू-कश्मीर की जेल में बंद लश्कर ए तैयबा आतंकियों से पूछताछ करने पर पहलगाम आतंकी हमले को लेकर एक नया खुलासा हुआ. आतंकियों ने बताया कि पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों की भी SSG कमांडो जैसी ट्रेनिंग दी गई थी. इन आतंकियों को बिल्कुल ऐसे ही ट्रेंड किया गया था, जैसे SSG कमांडो को किया जाता है. हालांकि इसको लेकर कोई बयान जारी नहीं किया गया है और न ही इसकी पुष्टि की गई है. तीन बड़े हमलों में SSG की भूमिका रिपोर्ट्स के मुताबिक पहलगाम हमले के आतंकियों को पाकिस्तान के SSG (स्पेशल सर्विस ग्रुप) के कमांडो की तरह ट्रेनिंग देकर तैयार किया गया था. यही नहीं ऐसे ही कुछ कमांडो कश्मीर की घाटी में भी हैं. ये आतंकियों के छोटे ग्रुप को लीड कर रहे हैं. तीन बड़े हमलों में SSG की भूमिका पाई गई है. खुफिया एजेंसियों का मानना है कि ISI का इरादा इंडियन सिक्योरिटी फोर्स को नुकसान पहुंचाना है. सरगना तक पहुंचने की कोशिश जांच एजेंसियों को जो सुराग मिले हैं. उन्हीं के आधार पर पहलगाम में हुए आतंकी हमले में SSG कमांडो की भूमिका सामने आई है. ये आतंकी घाटी के लिए एक बड़ा खतरा भी बन सकते हैं. अब जांच एजेंसी का फोकस SSG कमांडो की ट्रेनिंग लेने वाले आतंकियों की तलाश में जुटी हुई है. सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों के मदद करने वाले नेटवर्कों को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है, जिससे की आतंकियों के सरगना तक पहुंचा जा सके. Share