वैशाख मास में पड़ने वाली शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया या आखा तीज के नाम से जाना जाता है. मान्यता है कि इस दिन जो भी शुभ कार्य किये जाते हैं उनका अक्षय फल प्राप्त होता है. यही कारण है कि इसे अक्षय तृतीया कहा जाता है. माना तो ये भी जाता है कि सभी बारह महीनों की शुक्ल पक्षीय तृतीया शुभ होती हैं लेकिन वैशाख माह की तृतीया स्वयंसिद्ध मुहूर्तो में मानी गई है.
अक्षय तृतीया दिन सर्वसिद्ध मुहूर्त है और इस दिन किसी भी कार्य को बिना कोई पंचांग देखे किया जा सकता है. कोई भी शुभ, मंगल कार्य जैसे विवाह, गृह-प्रवेश, मुंडन, नामकरण भूमि-पूजा इत्यादि इस दिन करना शुभ माना जाता है. इसके साथ ही इस दिन वस्त्र-आभूषण,घर, भूखण्ड, वाहन आदि की खरीददारी भी अत्यंत शुभ होती है, लेकिन जो इन बड़ी चीजों की खरीददारी नहीं कर सकते तो वो निराश ना हों बस ये 5 चीजें अपने घर जरूर खरीदकर लायें…
रूई
सबसे पहली चीज है जो आपको घर में लेकर आनी है वो है रुई. तो सबसे पहले आप रुई लेकर आएं, इस दिन रुई खरीदना बहुत शुभ माना जाता है. इससे आपके कारोबार में खूब वृद्धि होती है.
सेंधा नमक
दूसरी चीज है जो आप घर लेकर जरूर आयें वो है सेंधा नमक. कहा जाता है कि इस दिन सेंधा नमक घर लाने से बरकत होती है लेकिन याद रहे इस दिन लायें हुए सेंधा नमक का सेवन ना करें.
मिट्टी के पात्र
तीसरी चीज है मिट्टी के पात्र यानि मिट्टी के बर्तन. इस दिन आप मिट्टी के पात्र जैसे घड़ा, कुल्हड़, सकोरा, दिए इत्यादि जरूर खरीदें. जो लोग सोना नहीं खरीद सकते उनके लिए मिट्टी के पात्र खरीदना बिल्कुल सोना खरीदने जैसा ही माना जाएगा.
जौं या पीली सरसों
अक्षय तृतीया पर जौं या पीली सरसों खरीदकर जरूर घर लाएं. कहा जाता है कि जौं या पीली सरसों खरीदने को सोना चांदी जैसी धातु खरीदने के जितना ही लाभ होता है.
कौड़ी
अक्षय तृतीया के दिन कौड़ी खरीदना बेहद शुभ माना जाता है. मान्यता है कि कौड़ी के साथ मां लक्ष्मी का भी आपके घर आगमन होता क्योंकि मां को कौड़ी बहुत पसंद है. इस दिन 11 कौड़ी खरीदकर लाल कपड़े में लपेटकर मां लक्ष्मी को अर्पित करनी चाहिए. ऐसा करने से धन-संपदा की कभी कमी नहीं होती.
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