कई बार अननोन कॉल्स की पहचान करना मुश्किल हो जाता है. समझ नहीं आता कि कौन सा स्पैम कॉल है और कौन सा जरूरी कॉल है. लेकिन अब आपको जल्द ही इस परेशानी से छुटकारा मिल जाएगा. टेलीकॉम कंपनियों का इंटर ऑपरेटर ट्रायल अगले हफ्ते तक पूरा हो जाएगा. अगर ये ट्रायर सक्सेसफुल रहा तो आपको अननोन नंबर्स पर कॉलर का नाम भी शो होगा. इससे आप पहचान कर सकेंगे कि कौन-सी कॉल काम की है कौन सी स्पैम कॉल है. यहां इस ट्रायल के बारे में सब डिटेल्स दी गई हैं.
टेलीकम्युनिकेशन डिपार्टमेंट ने टेलीकॉम कंपनियों को आदेश दिया है कि ये 18 अप्रैल तक ये ट्रायल पूरा कर के उसकी रिपोर्ट जमा करें. इसी के बाद आपको नया अपडेट देखने को मिलेगा.
14 अप्रेल तक खत्म होगा ट्रायल
इनकमिंग कॉल पर नंबर के साथ नाम दिखने से काफी परेशानियां हल हो जाएंगी. टेलीकम्युनिकेशन डिपार्टमेंट ने टेलीकॉम कंपनियों को 14 अप्रैल तक सभी इंटर ऑपरेटर ट्रायल खत्म कर के 18 अप्रैल तक रिपोर्ट देने को कहा है.
सरकार शुरू करेगी कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन
जिओ और एयरेटल के बीच ट्रायल खत्म हो गया है. एयरटेल और वोडाफोन के बीच ट्रायल अगले हफ्ते शुरू किया जाएगा. टेलीकॉम कंपनियां हरियाणा और महाराष्ट्र में ये ट्रायल कर रही हैं. ट्रायल सही साबित होता है तो सरकार इसे धीरे-धीरे शुरू करने का ऑर्डर देगी. 2G यूजर्स को फिलहाल इस सर्विस के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा.
क्या है ये सर्विस?
Caller Name Presentation सर्विस की बात करें तो ये एक ऐसी सर्विस है जिससे कॉलर आइडेंटिफिकेशन आसान हो जाएगा. इस सर्विस के जरिए इनकमिंग कॉल पर आपको स्क्रीन पर कॉलर के नंबर के साथ नाम भी शो होगा.
टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने कंपनियों को इस सर्विस को जल्द से जल्द शुरू करने का ऑर्डर दिया है. सरकार के इस फैसले के पीछे की वजह स्पैम कॉल्स पर रोक लगाना है.
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