भारत में मुस्लिमों का पाक महीना रमजान का आज आखिरी दिन है और 31 मार्च दिन सोमवार को ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाएगा. ईद का त्योहार आपसी भाईचारे का प्रतीक होता है. दुनिया भर के मुसलमान हर्षोउल्लास के साथ ईद मनाते हैं. ईद मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा त्योहार है. यह त्योहार रमजान के पाक महीने के आखिरी दिन मनाया जाता है. ईद उल-फितर, जिसे मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता है. इस्लामिक कैलेंडर के दसवें महीने शव्वाल के पहले दिन मनाया जाता है.
सऊदी अरब में 29 मार्च को ईद का चांद दिख गया और आज 30 मार्च को ईद मनाई जा रही है. वहीं अब भारत में 30 मार्च को चांद का दीदार होगा और 31 मार्च को ईद मनाई जाएगी. सऊदी अरब में रमजान भारत से एक दिन पहले यानी 1 मार्च से शुरू हुआ था. यही वजह है कि भारत में ईद का त्योहार सऊदी अरब से एक दिन बाद 31 मार्च को मनाया जाएगा.
खास दावत होती है तैयार
इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, शव्वाल महीने की पहली तारीख को ईद-उल-फितर मनाई जाती है. ईद का दिन चांद के नजर आने पर भी तय होता है. रमजान के पाक महीने में रोजे रखने के बाद रोजेदार ईद मनाते हैं. ईद-उल-फितर के मौके पर खास दावत तैयार की जाती है. जिसमें खासतौर से मीठा खाना शामिल किया जाता है. इसे भारत और कुछ दक्षिण एशियाई देशों में मीठी ईद भी कहा जाता है.
ईद-उल-फितर का पर्व अमीर से लेकर गरीब हर कोई खुशी से मना सके इसके लिए इस्लाम में गरीबों को फितरा भी दिया जाता है. ईद-उल-फितर का त्योहार भाईचारे और अमन का पैगाम लाने वाला त्योहार है. ईद के कारण देश भर के बाजारों में खूब रौनक रहती है.
ईद-उल-फितर का महत्व
ईद के दिन लोग सुबह जल्दी उठकर नए कपड़े पहनते हैं, नमाज अदा करते हैं और एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते हैं. इस दिन लोग सेवई और अन्य मीठे व्यंजन बनाते और खाते हैं. ईद-उल-फितर दान और दयालुता का भी त्योहार है. इस दिन, मुसलमान गरीबों और जरूरतमंदों को फितरा नामक दान देते हैं. यह अल्लाह के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और उनके आशीर्वाद के लिए धन्यवाद देने का दिन है. ईद दोस्तों और परिवार के साथ मिलकर खुशियां मनाने और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने का दिन है.
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