छावा फिल्म आने के बाद मुगल शासक औरंगजेब पर भारत में बहस जारी है. इसी बीच ब्रिटेन की संस्था सोथाबी ने मुगल जमाने के सामानों को नीलाम करने का फैसला किया है. सोथाबी का कहना है कि इस्लामिक शासन के दौरान के जो भी हथियार मौजूद हैं, उन सभी को बेचा जाएगा. करीब 100 हथियार को बेचने की तैयारी है.
मुगल काल के इन सामानों को बेचने के लिए पहले दुबई में प्रदर्शनी लगाई जाएगी. इसके बाद लंदन में इसे बेचा जाएगा. इस्लामिक शासन के वक्त के इन हथियारों को बेचकर सोथाबी अरबों की कमाई करने की तैयारी में है.
पहले जानिए सोथाबी क्या है?
सोथाबी पुरातन संग्रहों का एक केंद्र है, जिसकी स्थापना साल 1744 में हुई थी. यह एक ब्रिटेन की संस्था है, जिसका एक ब्रांच दुबई में स्थित है. इस संस्था का काम पुरातन सामानों के बारे में बताना और उसे बेचना है. सोथाबी के कर्मचारी इसके लिए दुनिया भर के म्यूजियम से सामान जुटाते हैं. सोथाबी का 40 देशों में नेटवर्क है.
सोथाबी हर साल सामानों की नीलामी को लेकर कैलैंडर जारी करता है. इसके बाद ऑनलाइन ऑक्शन का प्रावधान किया जाता है. सोथाबी में नीलामी की प्रक्रिया को काफी गुप्त रखा जाता है.
इस्लामिक हथियारों को बेचने की तैयारी
अरब पोस्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में इस्लामिक शासन के दौरान जिन हथियारों का इस्तेमाल हुआ था, उसे अब सोथाबी बेचने की तैयारी में है. अधिकांश हथियार भारत और इंडोनेशिया के हैं. इन हथियारों को नीलाम करने का प्लान तैयार कर लिया गया है.
जिन सामानों को बेचने का फैसला किया गया है, उनमें मुगल शासन के वक्त के वे दुर्लभ हथियार भी हैं, जिसका इस्तेमाल मुगल के राजा अपने दुश्मनों को मारने के लिए करते थे.
सोथाबी के मुताबिक 100 से अधिक लॉट में फैले ये संग्रह 500 से अधिक वर्षों के इतिहास का प्रतिनिधित्व करते हैं. इन हथियारों की कीमत करोड़ों रुपए में है. कहा जा रहा है सोथाबी इन हथियारों को बेचकर अरबों रुपए की कमाई कर सकता है.
सोथाबी का कहना है कि हमारा मकसद उन लोगों का सम्मान करना है, जो लंबे वक्त से इसकी खोज में जुटे हुए हैं.
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