उत्तर प्रदेश के बलराम पुर में एक हैरान करने वाली घटना हुई है. शनिवार को मानव बलि के लिए यहां एक दो साल के बच्चे को अगवा कर लिया गया. गनीमत रही कि समय रहते गांव के लोगों को शक हो गया और लोगों ने आरोपी के घर में घुसकर बेहोशी की हालत में बच्चे को छुड़ा लिया. आरोपी ने बच्चे को बेहोश कर मिट्टी की डेहरी में छिपा दिया था और अपने अनुष्ठान के लिए उचित समय का इंतजार कर रहा था. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट कर लिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
मामला बलरामपुर के उतरौला थाना क्षेत्र में तेंदुआ तकिया गांव का है. पुलिस के मुताबिक यहां शनिवार की शाम को दो साल का बच्चा अपने घर के बाहर खेल रहा था. इसी दौरान वह संदिग्ध परिस्थिति में लापता हो गया. थोड़ी देर बाद परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की. जब बच्चे की कहीं कोई खबर नहीं मिली तो गांव के लोगों ने मिलकर पास पड़ोस के घरों में तलाशी शुरू किया. इस प्रकार पूरी रात गुजर गई और रविवार को लोग पड़ोस में रहने वाले लक्ष्मी नारायण कोरी के घर में बच्चे की तलाश करने पहुंचे.
मिट्टी की डेहरी में बेहोश मिला बच्चा
इस दौरान जैसे ही लोग बच्चे की तलाश करते मिट्टी की डेहरी की ओर आए, तो लक्ष्मी नारायण ने उन्हें रोक दिया. इससे लोगों को संदेह हुआ और जबरन डेहरी खोल कर जांच की. इस दौरान मासूम अनमोल डेहरी के अंदर बेहोशी की हालत में मिला. इसके बाद गांव वालों ने आरोपी को पकड़ लिया और तत्काल मामले की सूचना पुलिस को दी. बलरामपुर एसपी विकास कुमार के मुताबिक पुलिस ने मौके पर पहुंच कर आरोपी को अरेस्ट कर लिया है. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.
कुछ समय पहले हुई थी पत्नी की मौत
जानकारी के मुताबिक कुछ समय पहले आरोपी लक्ष्मी नारायण की पत्नी की मौत हो गई थी. चूंकि उसे कोई बच्चा भी नहीं था, इसलिए उसका दिमाग कुंठित हो गया और वह अपने घर में तंत्र-मंत्र करने लगा था. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह सिद्धि हासिल करना चाहता था. इसके लिए मानव बलि देनी थी. पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर उसके घर से बलि देने के लिए रखे गड़ासा एवं छुरा बरामद किया है.
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