औरंगजेब का महिमामंडन बर्दाश्त नहीं… छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर उद्घाटन पर बोले CM देवेंद्र फडणवीस
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज भिवंडी में छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर का उद्घाटन किया. शिव जयंती के मौके पर उन्होंने कहा कि आज की तारीख में महाराजा का मंदिर जरूरी है. यहां हम अपने मंदिर में अपने प्रिय देवता की पूजा कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने देश, ईश्वर और धर्म की लड़ाई जीती, जिनकी वजह से आप और मैं हिंदू बचे रहे. उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी की बदौलत मुगलों और विदेशी आक्रमणकारियों पर नियंत्रण हो सका.
मंदिर के उद्घाटन के दौरान देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह सिर्फ एक मंदिर नहीं है. यहां संस्कृति स्थल है. यहां शिवाजी के जीवन की सभी घटनाएं वहां देखी जा सकती हैं. उनसे प्रेरणा हासिल की जा सकती है. उन्होंने इस दौरान औरंगजेब की कब्र को लेकर भी बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि औरंगजेब का महिमामंडन बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.
भगवान श्री राम को युगपुरुष क्यों कहते हैं?- सीएम
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जब लड़ने की शक्ति क्षीण हो गई थी और किसी को प्रमुख के रूप में पेश करने की प्रथा शुरू हो गई थी, तब माता जीजाऊ ने इन विदेशियों को सबक सिखाने के लिए शिवाजी महाराज को बनाया, माता जीजाऊ की शिक्षाओं को लेकर और इससे छुटकारा पाने के लिए.
उन्होंने कहा कि हम भगवान श्री राम को युगपुरुष कहते हैं. भगवान श्रीराम युगपुरुष क्यों हैं? भगवान श्रीराम तो भगवान थे, तो उन्हें रावण से लड़ने के लिए सेना की क्या आवश्यकता थी? वो चाहते तो चमत्कार से भी रावण को खत्म कर सकते थे लेकिन वे चाहते थे कि जब तक मैं समाज को आसुरी शक्तियों को समाप्त करने के लिए जागृत नहीं करूंगा, तब तक मैं समाज के कमजोर लोगों के मन में शक्ति पैदा नहीं कर पाऊंगा.
शिवाजी महाराज का महिमामंडन जरूरी, ना कि औरंगजेब
भगवान श्री राम ने समाज के सभी लोगों में विश्वास पैदा किया. उसी शक्ति से संसार की सबसे बड़ी अधर्मी शक्ति को उखाड़ फेंका. इसलिए भगवान श्री राम युग पुरुष हैं. उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी ने भी सभी जातियों के लोगों को एकजुट किया. देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमें राजा या सिंहासन के लिए नहीं लड़ना है, हमें ईश्वर, देश और धर्म के लिए लड़ना है.
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि देश में शिवाजी महाराज के महिमामंडन होने की जरूरत है ना कि औरंगजेब और उसकी कब्र की. इसी दौरान उन्होंने कहा कि एएसआई ने औरंगजेब के मकबरे को पचास सालों तक संरक्षित रखा है. इसलिए महाराष्ट्र सरकार को वहां भी सुरक्षा प्रदान करना उचित है. लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को कभी भी गौरवान्वित किया जाएगा.
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