बलोच लिबरेशन आर्मी के हमले से परेशान पाकिस्तान ने अपने सैनिकों के लिए नया फरमान जारी किया है. इसके मुताबिक सेना के अधिकारियों ने जूनियर सैनिकों से कहा है कि या तो युद्ध के मोर्चे पर बलोच आर्मी से लड़ो या नौकरी छोड़कर बाहर जाओ. पाकिस्तान के इस फरमान की बलूचिस्तान में खूब चर्चा हो रही है.
बलूचिस्तान पोस्ट के मुताबिक प्रांत के महानिदेशक ने फ्रंट पर तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को एक पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि बलोच लिबरेशन आर्मी लगातार हमलावर है.
महानिदेशक का कहना है कि जिस तरीके से बीएलए के लड़ाके हमारे लोगों को घेर कर मार रही है, उससे पाकिस्तान की पूरी दुनिया में किरकिरी हो रही है. इसे रोकना तुरंत जरूरी है.
नौकरी छोड़ो या मजबूती से लड़ो
महानिदेशक ने अपने पत्र में 2015 के एक नियमों का हवाला दिया है, जिसमें कहा गया है कि अनुशासनहीनता के आरोप में सैनिकों की नौकरी जा सकती है. पत्र में कहा गया है कि बलोल लिबरेशन के लड़ाकों से आप मजबूती से लड़िए, नहीं तो नौकरी से हट जाइए.
पत्र में कहा गया है कि बलोच के लड़ाके जब पोस्ट और चौकियों पर हमले कर रहे हैं तो जवान अपने हथियार तुरंत सरेंडर कर दे रहे हैं. यह गलत है और इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा.
दरअसल, पिछले दिनों बलोच के लड़ाकों गोरिल्ला तरीके से सेना और पुलिस के चौकियों पर हमला किया था, जिसके बाद जवानों ने अपने हथियार सरेंडर कर दिए. इस घटना के बाद पाकिस्तान की खूब भद पिटी थी.
पहले ट्रेन हाईजैक अब बस को उड़ाया
12 मार्च को बोलन में बलोच लिबरेशन आर्मी के लड़ाकों ने जफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया. इस हाईजैक में पाकिस्तान सेना के 30 जवान मारे गए थे. 3 दिन की माथापच्ची के बाद पाकिस्तानी सेना ने हाईजैक को खत्म करने की बात कही थी.
इधर, रविवार को बलोच लड़ाकों ने पाकिस्तानी सैनिकों से जुड़े एक बस को उड़ा दिया. इस हमले में 90 लोगों के मरने की खबर है. हालांकि, पाकिस्तान का कहना है कि उसके सिर्फ 5 सैनिक मारे गए हैं.
बलूचिस्तान में बढ़ते हमले के बीच पाकिस्तान ने ज्यादा से ज्यादा सैनिक तैनात करने का फैसला किया है.
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