होली के अगले दिन ज्यादातर लोगों का पाचन तंत्र प्रभावित हो जाता है. तली-भुनी और मीठी चीजें (जैसे कि गुझिया जैसी मिठाइयां) खाने और तरह-तरह के ड्रिंक्स पीने के कारण डाइजेशन की समस्या होने लगती है. पेट में गैस, एसिडिटी की समस्या बनने लगती है. पेट भराभरा सा रहता है. छाती में जलन और हल्का-हल्का दर्द भी होने लगता है. पेट साफ नहीं हो पाता है तो ऐसी स्थिति में आपको ये घरेलू नुस्खे काम आएंगे. आइए जानते हैं इस स्थिति में क्या करना चाहिए और क्या-क्या उपाय अपनाने चाहिए.
पेट में गैस और एसिडटी की समस्या बनने पर कई प्राकृतिक घरेलू उपाय हैं, जिनमें से कई तो आपके रसोईघर में मिल सकते हैं. इसे अपनाकर आप अपने पाचन तंत्र फिर से ठीक कर सकते हैं.
सौंफ
थोड़ी सी सौंफ को कुछ घंटों के लिए पानी में भिगोएं और खाने के बाद खाएं या सीधे चबाकर खाएं. इससे आपको गैस और अपच की समस्या में राहत मिलेगी. सौंफ पाचन के लिए अच्छा माना जाता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं.
गुड़
ठंडे पानी में थोड़ा गुड़ को डाल दे और थोड़ी देर बाद उसे पानी को पी जाएं. या खाने के बाद गुड़ का एक छोटा-सा टुकड़ा खाएं. इससे भी गैस और एसिडीटी की समस्या कम हो सकती है.
तुलसी
तुल्सी की पत्तियों को धोकर चबाएं या एक कप पानी उबालें और उसमें पत्तियां डालकर गर्म चाय की तरह उसे धीरे-धीरे पीए.
नींबू पानी
एक ग्लास गुनगुने पानी में नींबू डालकर पीने से भी गैस और एसिडिटी की समस्या कम हो सकती है. नींबू पानी पेट के लिए फायदेमंद होता है.
बादाम
कच्चा बादाम खाने से भी आपको इस समस्या में राहत मिल सकती है. एक मुट्ठी बिना भीगी बादाम और कुछ केले को साथ खाने से पेट की समस्या दूर हो सकती है.
एसिडिटी से ज्यादा लंबे समय की राहत के लिए आप एंटासिड्स भी ले सकते हैं, जो दुकानों पर उपलब्ध हैं. यह पेट के एसिड को कम कर एसिडिटी के लक्षणों से तुरंत राहत देने में मदद करते हैं.
डाइट और लाइफस्टाइल में करें बदलाव
अगर एसिडिटी बार-बार हो रही है तो इसे कंट्रोल करने के लिए आपको लाइफस्टाइल और डाइट में कुछ बदलाव करने की जरूरत है. आप ऐसे खाद्य पदार्थों से बचें, जो खासकर एसिड रिफ्लक्स का कारण बन सकते हैं, जैसे कि तली हुई चीजें और ज्यादा वसा वाली मिठाइयां और मसालेदार भोजन से बचें. इनमें होली के खास पकवान भी शामिल हैं. इसके अलावा पर्याप्त पानी पिए. अच्छी नींद लें और थोड़ा बहुत एक्सरसाइज करें. अगर आपके लक्षण बने रहते हैं या आपको बार-बार एसिडिटी होती है, तो डॉक्टर को दिखाएं.
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