उत्तर प्रदेश के लखनऊ में वकीलों और पुलिस के बीच विवाद हो गया. पुलिस ने वकीलों को पीट दिया, जिससे गुस्साए उनके साथी वकीलों ने थाने का घेराव कर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्रदर्शन किया. नाराज वकील आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग करने लगे. उन्होंने पुलिसकर्मियों द्वारा अधिवक्ताओं पर पेशाब करने का आरोप लगाया है. उनकी शिकायत पर विभूतिखंड थाने पर निरीक्षक पंकज कुमार सहित 9 पुलिसकर्मियों पर थाना मुकदमा दर्ज हुआ है.
पुलिस उच्चाधिकारियों ने घटना के जांच के आदेश दिए हैं. वकीलों का आरोप है कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज डिलीट कर दिए.मिली जानकारी के अनुसार, लखनऊ के विभूतिखंड थाने में शुक्रवार रात पुलिस और वकीलों के बीच पहले किसी बात पर कहासुनी हुई, फिर सैकड़ो की संख्या में वकीलों ने थाने में जमकर हगांमा और नारेबाजी की. इस दौरान कई बार उनकी पुलिस वालों से नोकझोंक हुई. सभी वकील अपने साथी की पिटाई से नाराज थे. उन्होंने पुलिसकर्मियों पर साथी से मारपीट का आरोप लगाया.
थाने पर वकीलों से मारपीट
जानकीपुरम के रहने वाले अधिवक्ता सौरभ कुमार वर्मा के मुताबिक, उनके तीन जानने वाले अधिवक्ता मारपीट के मामले में विभूतिखंड थाने आए थे. आरोप है कि थाने पर पुलिस ने तीनों वकीलों को पकड़ लिया. खबर पाकर सौरभ उनकी पैरवी में थाने पहुच गए. उनका आरोप है कि थाने में पुलिस वालों ने उनको पकड़ लिया और बेहरमी से पीटा. अधिवक्ता के साथ मारपीट की खबर पाकर सैकड़ो संख्या में उनके साथी वकील थाने पहुच गए. उन्होंने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया.
वकीलों ने आईजीपी चौराहे पर लगाया जाम
नाराज वकीलों ने आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की मांग की. इस दौरान थाने के अंदर कई बार पुलिस और वकीलों के बीच झड़प की बात सामने निकल कर आती रही. रात करीब 9.30 बजे नाराज वकीलों ने आईजीपी चौराहे पर जाम लगा दिया और प्रदर्शन किया. फिलहाल उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद इस मामले में विभूतिखंड थाने पर तैनात तमाम पुलिसकर्मीयो पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.