प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह दोनों की पैनी नजर बिहार पर बनी हुई है. दोनों ही बिहार को लेकर कुछ खास तैयारी कर रहे हैं. इसका अंदाजा दोनों नेताओं के आने वाले दिनों के शेड्यूल को देखकर लगाया जा रहा है. जानकारी के अनुसार, पीएम नरेंद्र मोदी अगले महीने बिहार दौरे पर आ सकते हैं. वहीं अमित शाह ने तो बिहार में डेरा जमाने की ही बात कह दी है.
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने चंद रोज पहले ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के दौरे पर आ सकते हैं. वो यहां पर पटना एयरपोर्ट के नये टर्मिनल का उद्घाटन कर सकते हैं. पीएम मोदी राजधानी से सटे बिहटा में बन रहे नये एयरपोर्ट पर जा सकते हैं. पीएम मोदी इसके अलावा पटना में कई नागरिक सुविधाओं का भी उद्घाटन कर सकते हैं. लोकसभा चुनाव के बाद दो बार पीएम मोदी बिहार के दौरे पर आ चुके हैं. पिछले साल नवंबर में पीएम मोदी बिहार आए थे. इसी साल 24 फरवरी को पीएम मोदी भागलपुर दौरे पर थे.
अमित शाह ने कहा- बिहार में डालूंगा डेरा
केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह ने तो बिहार में डेरा डालने की ही बात कह दी है. दरअसल, गुजरात में आयोजित शाश्वत मिथिला समारोह में हिस्सा लेते हुए अमित शाह ने कहा कि वो बिहार में डेरा डालेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि मिथिला में माता सीता का मंदिर भी बनेगा. इस आयोजन में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने भी हिस्सा लिया था.
संजय झा ने यहां तक कहा कि आने वाले पांच सालों में केंद्र में नरेंद्र मोदी और राज्य में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार तरक्की के नए सोपान पर चढ़ेगा. बीजेपी के दो शीर्ष नेताओं के बिहार दौरे पर आने की बात से राज्य में राजनीतिक तापमान अचानक से काफी बढ़ गया है.
पार्टी के नेता निभाते हैं दायित्व
बीजेपी के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी कहते हैं, नरेंद्र मोदी देश के पहले ऐसे पीएम हैं, जो चुनाव में गांधी मैदान में रैली करने नहीं आते हैं. वो पूरे साल देश के अलग-अलग हिस्सों में घूमते हैं. लोगों से संवाद करते हैं. देश की स्थिति, परिस्थिति, सामाजिक संरचना को समझने की कोशिश करते हैं. पीएम देश में घूमते रहते हैं. वो अन्य राज्य, जिलों में जाएंगे. वो उसी के अनुरूप सरकार की नीतियों को बनाने की कोशिश करते हैं. जहां तक अमित शाह की बात है, वो गृह मंत्री होने के साथ पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता भी हैं. पार्टी ने उनके दायित्व सौंप रखा है. बीजेपी का एक-एक कार्यकर्ता पार्टी के दायित्व को उसी प्रकार से निभाता है, जैसे वह देश का दायित्व निभाता है.
पीएम का बिहार आना स्वागत योग्य
बीजेपी के शीर्ष नेताओं के बिहार दौरे पर आने का जदयू भी स्वागत कर रही है. जदयू के प्रवक्ता निहोरा प्रसाद यादव कहते हैं, पीएम बिहटा एयरपोर्ट के शिलान्यास के लिए आ रहे हैं. यह स्वागत योग्य है. बजट में जो प्रोविजन किया गया, वो शीघ्र लागू हो रहा है. यह अच्छी बात है. सीएम ने घोषणा की थी कि सीताराम मंदिर का भव्य विस्तार करेंगे. गृह मंत्री ने इसकी भी घोषणा कर दी. डबल इंजन की सरकार बिहार का विकास कर रही है. इससे बिहार का पिछड़ापन दूर होगा. बिहार के विकास में गति आएगी. लगातार कई योजनाएं हैं, जिनकी बजट में घोषणा की गई थी, उसका शिलान्यास किया जा रहा है. यह कार्य पीएम करेंगे. इससे बिहार के विकास में चार चांद लगेंगे.
ठगते हैं बीजेपी के नेता
पीएम और गृह मंत्री के बिहार दौरे पर आने को लेकर कांग्रेस के तेवर तल्ख हैं. कांग्रेस के प्रवक्ता ज्ञान रंजन कहते हैं, देश के पीएम आएं, गृहमंत्री आएं या फिर कोई और नेता बिहार में आए…बिहार की जनता जानती है कि जब-जब बीजेपी के बड़े नेता आते हैं, बिहार को ठग के चले जाते हैं. बिहार को कुछ भी नहीं मिलता.
कोई फर्क नहीं पड़ने वाला
राजद प्रवक्ता एजाज अहमद कहते हैं, बिहार की जनता स्पष्ट संदेश दे चुकी है कि डबल इंजन के नेतृत्वकर्ता नीतीश कुमार पर विश्वास नहीं है. जैसे बीजेपी अपना नेतृत्व बिहार में नहीं ला सकी है, यह स्पष्ट करता है कि बीजेपी के पास अपना नेता नहीं है, अपनी सोच, विचार नहीं है. बिहार में प्रधानमंत्री आएं या गृह मंत्री आएं, इससे तेजस्वी प्रसाद के प्रति जो जनता का समर्थन है, वो और मजबूत होगा.
उन्होंने कहा, बिहार की जनता स्पष्ट रूप से संदेश दे रही है कि हमें सकारात्मक राजनीति और सकारात्मक दृष्टि, नौकरी और रोजगार के प्रति बेहतर सोच के साथ बिहार के सर्वांगीण विकास के प्रति अपनी सोच को 17 महीने के कार्यकाल में सरजमीं पर उतारने का काम किया है, वैसा नेता चाहिए. प्रधानमंत्री बार-बार बिहार आ रहे हैं. गृह मंत्री कह रहे हैं कि हम बिहार में डेरा डाल कर रहेंगे. इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. इस बार महागठबंधन के नेतृत्व में तेजस्वी यादव परिवर्तन की राजनीति के कारक बनेंगे.
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