उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के तटीय इलाके में एक साथ कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. किम जोंग उन ने यह एक्शन ऐसे वक्त में लिया है, जब अमेरिका और दक्षिण कोरिया संयुक्त रूप से उत्तर कोरिया की सीमा पर सैन्य अभ्यास करने जा रहा था. दक्षिण कोरिया का कहना है कि यह युद्ध को उकसाने के लिए किया गया है.
उत्तर कोरिया ने 3 दिन पहले ही अमेरिका को धमकी दी थी. उत्तर कोरिया का कहना था कि उनकी सीमा पर अगर सैन्य अभ्यास किया जाता है, तो वो चुप्प नहीं बैठ सकते हैं.
कोरिया की सीमा पर 11 दिन का अभ्यास
एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक कोरिया की सीमा पर अमेरिका और दक्षिण कोरिया 11 दिन का सैन्य अभ्यास कर रहा है. किम जोंग उन को यह डर सता रहा है कि सीमा के जरिए अमेरिका कहीं उसके क्षेत्र में न आक्रमण कर दे.
किम जोंग उन की बहन ने 3 दिन पहले अमेरिका को चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि आप अपना अभ्यास कहीं और जाकर करें, वरना हम आपको छोड़ेंगे नहीं.
बैक-टू-बैक मिसाइलें दागीं
दक्षिण कोरिया के चीफ ऑफ स्टाफ के मुताबिक सोमवार को उत्तर कोरिया की सेना ने ह्वांगहे प्रांत से इन मिसाइलों को दागना शुरू किया. देखते ही देखते कई मिसाइलें दागी गई हैं. दक्षिण कोरिया की सेना विस्तृत जानकारी जुटा रही है.
कहा जा रहा है कि उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया को डराने के लिए इन मिसाइलों का प्रक्षेपण किया है. उत्तर कोरिया की कोशिश अमेरिका और दक्षिण कोरिया में डर पैदा करने की है.
उत्तर कोरिया को युद्ध की आशंका
मिसाइल प्रक्षेपण से पहले उत्तर कोरिया ने एक बयान जारी किया था. उत्तर कोरिया का कहना था कि कोरिया प्रायद्वीप में सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन अमेरिका की वजह से युद्ध की स्थिति बन रही है. जिस तरीके से सैन्य अभ्यास की शुरुआत की गई है, उससे कभी भी युद्ध की घोषणा हो सकती है.
उत्तर कोरिया का कहना है कि 1953 में आखिरी बार दोनों देशों के बीच युद्ध विराम हुआ था. अगर अब अमेरिका उकसाने वाली कार्रवाई करती है तो यह युद्ध विराम टूट भी सकता है.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.