ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. घर में एक मासूम बच्चा स्टील के बर्तन से खेल रहा था. तभी अचानक बच्चे ने बर्तन के अंदर अपना मुंह फंसा लिया. यह देखकर बच्चे के माता-पिता परेशान हो गए. परिवार ने बर्तन से सिर निकालने की कई कोशिशें कीं, लेकिन वे असफल रहे. बच्चे के परिजन उसको डॉक्टर के पास लेकर गये, जहां डॉक्टर ने कटर की मदद से बर्तन काटकर उसकी जान बचाई.
मामला बणई थाना क्षेत्र के जांगला गांव में रहने वाले बाबुली मुंडा और सावीना मुंडा का बेटा शुभम का है. जो कि स्टील के बर्तन से घर में खेल रहा था. खेल-खेल में उसने स्टील के एक बड़े बर्तन में सिर डाल दिया,लेकिन जब बाहर निकालने की कोशिश की तो वह फंस गया.परिजनों ने घरेलू उपायों से उसे बाहर निकालने की पूरी कोशिश की, लेकिन बर्तन का घेरा इतना तंग था कि सभी प्रयास नाकाम रहे. इस दौरान बच्चा रोता रहा.
डॉक्टर ने बचाई जान
घबराए माता-पिता पीड़ित शुभम को लेकर बणई के उपखंड अस्पताल पहुंचे. वहां मौजूद डॉक्टर प्रभात रंजन सिंह और उनकी टीम ने पहले सिर निकालने की आसान कोशिशें कीं. लेकिन तमाम कोशिशों के बाद कोई फायदा नहीं हुआ. पीड़ित शुभम की स्थिति बिगड़ती देख डॉक्टरों ने कैंची और कटर से बर्तन काटने का फैसला लिया. इसके बाद पीड़ित शुभम सुरक्षित बाहर आ गया.
परिवार ने जताया आभार
डॉक्टरों की फुर्ती और सही निर्णय की वजह से बड़ा हादसा टल गया. शुभम अब पूरी तरह स्वस्थ है और परिवार ने डॉक्टरों का आभार जताया है. वहीं, घरवालों का कहना है कि बच्चे ने भूलवश ऐसा किया. वे किसी अनहोनी की आशंका को लेकर काफी डर गए. लेकिन डॉक्टरों ने उसकी जान बचा ली. वहीं, डॉक्टरों ने घरवालों को सलाह दी कि छोटे बच्चे नासमझ होते हैं. उनकी हर गतिविधि पर परिजन को ध्यान रखना चाहिए.
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