अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को है. भारत में महिलाओं का प्रतिनिधित्व समय के साथ हर एक महकमे में बढ़ता गया है. इसी तरह का कुछ आंकड़ा भारतीय प्रशासनिक और भारतीय पुलिस सेवाओं में भी दिख रहा है. लेकिन अब भी ये आधी आबादी की भागीदारी के लिहाज से काफी कम है. इस स्टोरी में हम यही समझेंगे कि देश में पुरुष आईएएस, आईपीएस अधिकारियों की तुलना में महिला अधिकारियों की संख्या कितनी है.
महिला IAS अधिकारियों की संख्या
मार्च 2025 तक की उपलब्ध जानकारी के आधार पर, भारत में महिला IAS और IPS अधिकारियों की संख्या के बारे में सटीक आंकड़े समय-समय पर सरकार या संबंधित विभागों की तरफ से दिए जाते रहे हैं. इसको लेकर सबसे ताजा आंकड़ा 2024 की शुरुआत तक का है. देश में कुल IAS अधिकारियों की स्वीकृत संख्या 2024 तक लगभग 6,858 थी. जिसमें से कार्यरत अधिकारियों की संख्या करीब 5,542 रही.
अलग-अलग आंकड़ों के आधार पर कहा जाए तो IAS अधिकारियों में महिलाओं की संख्या 20-25 फीसदी के करीब है. 2023 के UPSC परिणामों में, 829 चुने गए उम्मीदवारों में से 320 महिलाएं थीं. ये संख्या करीब 38 फीसदी थी. हालांकि, यहीं ये ध्यान रहे कि ये IAS, IPS, IFS और दूसरे सभी अधिकारियों की संख्या इसमें शामिल है. ऐसे में, खासकर आईएएस अधिकारियों में महिलाओं की संख्या कम रही होगी.एक अनुमान के मुताबिक, कार्यरत IAS अधिकारियों में महिलाएं लगभग 1,100-1,400 के बीच है. वहीं, पुरुषों आईएएस अधिकारियों की संख्या लगभग 4,100-4,400 के करीब है. यानी पुरुषों और महिलाओं का अनुपात 1:3 से 1:4 है. यानी देश में हर 3 से 4 पुरुष IAS अधिकारियों पर 1 महिला IAS अधिकारी हैं. ध्यान रहेसटीक आंकड़ों के लिए सरकार की वार्षिक रिपोर्ट या UPSC डेटा की जांच जरूरी है, क्योंकि ये संख्या हर साल बदलती रहती है.
महिला IPS अधिकारियों की संख्या
देश में IPS अधिकारियों में कुल स्वीकृत पदों की संख्या 5,055 है. वहीं, कार्यरत आईपीएस अधिकारियों की संख्या 4,469 है. ये 2024 का आंकड़ा है. IPS अधिकारियों में महिलाओं का अनुपात पारंपरिक तौर पर IAS की तुलना में कम रहा है.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, आईपीएस अधिकारियों में महिलाओं की संख्या 10-15 फीसदी के आसपास है. 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक, IPS अधिकारियों में महिला पुलिस अधिकारियों की संख्या लगभग 500-700 के बीच थी. इसकी तुलना में पुरुष IPS अधिकारी लगभग 3,800-4,000 के बीच हैं.
महिला और पुरुष आईपीएस अधिकारियों का अनुपात 1:5 से 1:6 के बीच है. यानी देश में हर 5 से 6 पुरुष IPS अधिकारियों पर 1 महिला IPS अधिकारी हैं. आमतौर पर, सिविल सेवाओं में पुरुषों की संख्या महिलाओं से कहीं अधिक है.
2019 के एक विश्लेषण के अनुसार, हर 20 पुरुष IAS अधिकारी पर केवल 1 महिला IAS अधिकारी थी, लेकिन हाल के वर्षों में यह अंतर कुछ कम हुआ है. फिर भी, ये तो स्पष्टता के साथ कहा जा सकता है कि IPS में महिला-पुरुष असमानता ज्यादा है. क्योंकि अब भी भारतीय पुलिस सेवा एक पुरुष-प्रधान क्षेत्र माना जाता है.
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