मध्य प्रदेश के रीवा के एक प्राइवेट स्कूल में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब तेंदुआ स्कूल के क्लासरूम तक घुस गया, जिसे एक टीचर ने देखा तो उनके होश उड़ गए. टीचर पर्दे के पीछे खड़ी थी, तभी तेंदुआ दबे पांव स्कूल के अंदर आ गया. टीचर ने तेंदुए को देखकर शोर मचाने या डरने की बजाय समझदारी से काम लिया. वह तेंदुए का ध्यान भटकने तक खामोश बिना किसी हलचल के वहीं खड़ी रहीं और जैसे ही तेंदुआ दूसरी तरफ मुड़ा. वह वहां से भाग निकलीं.
इसके बाद टीचर ने बाकी स्कूल स्टाफ को तेंदुए के होने की जानकारी दी, जिससे पूरे स्कूल में हड़कंप मच गया. स्कूल प्रबंधन की ओर से तुरंत वन विभाग को सूचना दी गई. इसके साथ ही पुलिस को भी मामले की जानकारी दी गई. पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचीं और तेंदुए का रेस्क्यू शुरू किया गया. वन विभाग के कर्मचारियों ने तेंदुए को स्कूल की एक क्लास में बंद कर दिया.
तेंदुए ने कर्मचारी पर किया हमला
ये मामला रीवा के समान थाना क्षेत्र के गुलाब नगर के एक प्राइवेट स्कूल से सामने आया है. ये स्कूल भीड़भाड़ वाले इलाके में है, जहां तेंदुआ घुसने से लोगों में दहशत का माहौल है. स्कूल प्रबंधन ने आनन-फानन में वन विभाग को उसकी जानकारी दी थी, जिसके बाद तेंदुए का रेस्क्यू किया गया. इस दौरान वन विभाग के एक कर्मचारी पर तेंदुए ने हमला कर दिया, जिससे वह घायल हो गया. इसके बाद मुकुंदपुर से डॉक्टरों को बुलाया गया और तेंदुए को ट्रेंकुलाइज कर बेहोश किया गया.
7 घंटे के बाद किया गया रेस्क्यू
हालांकि आखिर में कड़ी मशक्कत से 7 घंटे के बाद तेंदुए को एक कमरे में बंद कर दिया और सभी ने राहत की सांस ली. तेंदुए का रेस्क्यू करने के बाद वन विभाग की टीम ने गोविंदगढ़ के जंगल में ले जाकर छोड़ दिया. गनीमत ये रही कि जिस समय ये तेंदुआ स्कूल में घुसा. तब स्कूल में कोई भी बच्चा नहीं था. क्योंकि स्कूल में परीक्षाएं चल रही हैं और परीक्षा में गैप होने की वजह से बच्चे स्कूल में नहीं थे. सिर्फ स्कूल स्टाफ ही मौजूद था. बच्चे स्कूल में होते तो कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था.
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