हिमाचल प्रदेश में खूबसूरत हिल स्टेशंस की कमी नहीं है. चाहे मनाली की बात हो या फिर शिमला या स्पीती वैली की, यहां आपको मनमोहक नजारे देखने को मिलेंगे. हालांकि, अगर आप भीड़भाड़ वाली जगहों से बोर हो गए हैं और अपने बिजी शेड्यूल से ब्रेक लेकर किसी शांति और सुकून भरी जगह पर कुछ फुर्सत के पल बिताना चाहते हैं तो किन्नौर जिले में एक ऐसा गांव मौजूद है, जोकि आपके लिए परफेक्ट स्पॉट है. यहां के मंत्रमुग्ध कर देने वाले नजारे आपको दूसरी बार भी यहीं की ट्रिप प्लान करने पर मजबूर कर देंगे.
इस जगह का नाम कल्पा है, जोकि अपनी प्राकृतिक खूबसूरती, शांत वातावरण और अद्भुत नजारों के लिए मशहूर है. कल्पा एक ऐसा पहाड़ी गांव है, जोकि सोलो ट्रैवलर्स के अलावा ग्रुप में ट्रिप प्लान करने वाले लोगों के लिए भी बेस्ट स्पॉट है. कल्पा से किन्नर कैलाश पर्वत की शानदार झलक मिलती है, जिसे देखकर कोई भी खुश हो जाएगा. इसके अलावा अगर आपको ट्रैकिंग पसंद है तब तो आप जल्दी से कल्पा घूम आईए. यही नहीं, कल्पा अपने सेब के बागानों के लिए भी जाना जाता है, जहां जाकर आप ताजे और रसीले सेबों का आनंद ले सकते हैं.
कल्पा जाने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून और सितंबर से नवंबर के बीच होता है. गर्मियों में (अप्रैल-जून) यहां का मौसम सुहावना और खुशनुमा रहता है. वहीं, मानसून के बाद (सितंबर-नवंबर) घाटी का नजारा और भी खूबसूरत हो जाता है, जब आसमान साफ होता और पहाड़ों पर बर्फ की हल्की चादर बिछी होती है. सर्दियों (दिसंबर-फरवरी) में यहां भारी बर्फबारी होती है, जिससे सड़कें बंद हो सकती हैं.
कल्पा में घूमने लायक जगहें
किन्नर कैलाश: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित एक पवित्र पर्वत है, जिसे हिंदू धर्म में भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है. ये पर्वत 6,050 मीटर (19,849 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है. यहां आपको ट्रैकिंग करके जाना होता है. मानसरोवर कैलाश, आदि कैलाश और श्रिखंड कैलाश के अलावा ये जगह कैलाश पर्वत के चार प्रमुख कैलाशों में से एक है.
रक्छम और छितकुल गांव: ये हिमाचल के सबसे सुंदर गांवों में से एक हैं, जो कल्पा से थोड़ी दूरी पर स्थित हैं. ये दोनों ही गांव हिमालय की गोद में बसे हुए हैं, जहां की नेचुरल ब्यूटी और शांति देखने लायक है. इन दोनों गांवों के नजारे मंत्रमुग्ध कर देने वाले हैं. ये गांव बस्पा नदी घाटी में स्थित हैं और हिमाचल के सबसे सुंदर और कम भीड़भाड़ वाले टूरिस्ट्स प्लेसेस में इनकी गिनती होती है.
कल्पा मठ और नारायण नागिनी मंदिर: कल्पा मठ एक प्राचीन बौद्ध मठ है, जिसे लोकल भाषा में “गोंपा” कहा जाता है. ये बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म के अद्भुत मिश्रण का प्रतीक है, जहां दोनों संस्कृतियों की झलक मिलती है. वहीं, नारायण नागिनी मंदिर हिंदू धर्म का एक पवित्र स्थल है, जिसे भगवान विष्णु (नारायण) और देवी नागिनी को समर्पित किया गया है. यह मंदिर किन्नर शैली में बना है, जिसमें लकड़ी की पारंपरिक वास्तुकला दिखाई देती है.
बस्पा नदी घाटी: ये जगह अपनी हरियाली, बर्फ से ढकी चोटियों और शांत वातावरण के लिए जानी जाती है. यही नहीं, बस्पा नदी घाटी ट्रैकिंग, कैंपिंग, नेचर लवर्स और फोटोग्राफी के शौकीन लोगों के लिए स्वर्ग है. वहीं, बस्पा नदी की बात करें तो ये हिमालय की सबसे साफ और सुंदर नदियों में से एक है.नदी के किनारे बैठकर आप इसकी शीतलता और शांति का अनुभव कर सकते हैं.
कैसे पहुंचे कल्पा?
अगर आप कल्पा बाय रोड जाना चाहते हैं तो शिमला का जुब्बरहट्टी एयरपोर्ट सबसे नजदीकी है. ये कल्पा से लगभग 260 किलोमीटर दूर है. वहीं, कल्पा से सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन शिमला रेलवे स्टेशन (260 किमी) है. यही नहीं, आप शिमला से बाय रोड भी कल्पा जा सकते हैं. शिमला और रामपुर से कल्पा जाने के लिए आपको कई बसें और टैक्सियां मिल जाएंगी.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.