ओडिशा के पुरी में भगवान श्री जगन्नाथ की जमीन पर अवैध कब्जे की कोशिश के खिलाफ सख्त कदम उठाए गए हैं. श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने श्री गुंडिचा मंदिर के पास स्थित मंदिर की जमीन को कब्जाने और उस पर प्लाटिंग करने के प्रयास के खिलाफ कुम्भारपड़ा थाने में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने मामले में शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही मामले को सुलझा लेगी.
पुरी जगन्नाथ मंदिर के मुख्य प्रशासक अरविंद कुमार पाढ़ी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तहसीलदार को प्राथमिक जांच करने का आदेश दिया है. यह जांच तालबेणीया मौजा के खाता नंबर 791 के तहत आने वाले प्लॉट नंबर 827, 824, 821, 823, 825 और 821/1816 पर अतिक्रमण की सूचना के आधार पर की जा रही है. जानकारी के अनुसार इन सभी प्लॉट्स का कुल क्षेत्रफल 50 डिसमिल है जिसकी सरकारी कीमत लगभग 5 करोड़ रुपए हैं.
पुलिस अधीक्षक ने दिया कानूनी कार्रवाई का आश्वाशन
मंदिर प्रशासन ने पुरी के कुम्भारपड़ा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है और मुख्य प्रशासक ने इस मामले पर पुरी के पुलिस अधीक्षक विनीत अग्रवाल से चर्चा भी की है. उन्होंने स्पष्ट किया कि भगवान जगन्नाथ की जमीन पर किसी भी तरह के अवैध कब्जे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इससे पहले पुरी के मटिटोटा इलाके में भी मंदिर की ज़मीन पर कब्जे की कोशिश की गई थी.
जमीन खरीद फरोख्त के मामले में दर्ज होगी FIR
माटीतोटा में 109 प्लॉट्स से कुछ प्लॉट्स के खरीदी बिक्री का मामला मंदिर प्रशासन की नजर में आया था. माटीतोटा के 109 प्लॉट्स के कुल 64 एकड़ क्षेत्रफल की सरकारी कीमत लगभग 512 करोड़ रुपए हैं. उस मामले में मंदिर प्रशासन ने बसलीसाही पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. मंदिर प्रशासन ने जनता को आगाह किया है कि भगवान जगन्नाथ की जमीन की कोई भी अवैध बिक्री या खरीददारी पूरी तरह गैरकानूनी है. इसमें शामिल लोग न केवल ठगी का शिकार होंगे, बल्कि उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.
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