देश के विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. आंकड़ों के अनुसार देश के विदेशी मुद्रा भंडार 11 महीने के लोअर लेवल पर पहुंच गया है. भारत के फॉरेक्स रिजर्व में लगातार 7वें हफ्ते में गिरावट देखने को मिली है. लगातार 7 हफ्तों में फॉरेक्स रिजर्व में 34.11 अरब डॉलर की गिरावट देखने को मिल चुकी है. वहीं दूसरी ओर रिकॉर्ड हाई से 80.91 अरब डॉलर की गिरावट आ चुकी है. जानकारों की मानें तो रुपए को संभालने के लिए फॉरेक्स रिजर्व का इस्तेमाल किया जा रहा है. जिसकी वजह से देश की विदेशी दौलत में गिरावट देखने को मिल रही है.
वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व में भी भारी गिरावट देखी गई है. पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व में गिरावट का प्रमुख कारण कर्ज का भुगतान करना है. वैसे पिछले महीने में पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व में बढ़ोतरी हुई थी. बीते कुछ महीनों से पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व में तेजी ही देखने को मिल रही है. कुछ ही दिन ऐसे हैं, जब पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व में कमी देखी गई हो. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर भारत और पाकिस्तान के फॉरेक्स में कितनी गिरावट देखने को मिल चुकी है.
भारत के फॉरेक्स रिजर्व में गिरावट
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 17 जनवरी को समाप्त सप्ताह में 1.88 अरब डॉलर घटकर 623.98 अरब डॉलर रहा. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को कहा कि इससे पिछले सप्ताह में यह 8.71 अरब डॉलर घटकर 625.87 अरब अमेरिकी डॉलर रहा था. विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले कुछ हफ्तों से गिरावट आ रही है. इस गिरावट का कारण रुपये में उतार-चढ़ाव को कम करने के लिए आरबीआई का विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप के साथ-साथ मूल्यांकन को माना जा रहा है. सितंबर के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 704.88 अरब डॉलर के अबतक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था.
लाइफ टाइम हाई से कितना कम
देश का विदेशी मुद्रा भंडार लाइफ टाइम हाई से काफी नीचे आ चुका है. आंकड़ों के अनुसार सितंबर के अंत में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 704.88 अरब डॉलर पर पहुंच गया था. तब से इसमें 80.91 अरब डॉलर यानी करीब 7 लाख करोड़ रुपए की कमी देखने को मिल चुकी है. जबकि विदेशी विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार 7वें हफ्ते गिरावट देखने को मिल चुकी है. तब से अब तक 34.11 अरब डॉलर करीब 3 लाख करोड़ रुपए की गिरावट देखने को मिल चुकी है. जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में फॉरेक्स रिजर्व में और भी गिरावट देखने को मिल सकती है.
11 महीनों के लोअर लेवल पर फॉरेक्स रिजर्व
देश का फॉरेक्स रिजर्व करीब 11 महीनों के लोअर लेवल पर पहुंच गया है.मौजूदा समय में देश का फॉरेक्स रिजर्व 625 अरब डॉलर के नीचे चला गया है. जबकि फरवरी के आखिरी हफ्ते में देश का फॉरेक्स रिजर्व 619.07 अरब डॉलर था. खास बात तो ये है कि देश का फॉरेक्स रिजर्व पर लाइफ टाइम हाई पर पहुंचा था, उसके बाद से लगातार 8 हफ्ते तक फॉरेक्स रिजर्व में गिरावट देखने को मिली. बीच में 29 नवंबर के समाप्त सप्ताह में फॉरेक्स रिजर्व में इजाफा देखने को मिला. उसके बाद से लगातार 7 हफ्तों तक विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट देखी जा रही है.
गोल्ड रिजर्व में इजाफा
आरबीआई के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 17 जनवरी को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का प्रमुख हिस्सा फॉरेन करेंसी असेट्स 2.88 अरब डॉलर घटकर 533.13 अरब डॉलर रह गईं. वहीं दूसरी ओर गोल्ड रिजर्व का वैल्यू 10.63 लाख डॉलर बढ़कर 68.95 अरब डॉलर हो गया. एसडीआर) 10 लाख डॉलर घटकर 17.78 अरब डॉलर रहा. रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास भारत का आरक्षित भंडार 7.4 करोड़ डॉलर घटकर 4.12 अरब डॉलर रहा.
पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व में भी गिरावट
बाहरी कर्ज चुकाने के कारण पिछले सप्ताह पाकिस्तान का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 261.6 मिलियन डॉलर गिर गया. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) द्वारा जारी एक साप्ताहिक रिपोर्ट के अनुसार, देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 17 जनवरी, 2025 तक घटकर 16.19 बिलियन डॉलर हो गया, जबकि 10 जनवरी, 2025 तक यह 16.451 बिलियन डॉलर था.
पिछले सप्ताह के अंत में एसबीपी के पास भंडार 276 मिलियन डॉलर घटकर 11.449 बिलियन डॉलर हो गया, जो एक सप्ताह पहले 11.725 बिलियन डॉलर से कम था. एसबीपी के भंडार में मौजूदा गिरावट का कारण बाहरी कर्ज भुगतान है. हालांकि, कमर्शियल बैंकों द्वारा रखे गए शुद्ध विदेशी भंडार में बढ़ोतरी देखी गई और पिछले सप्ताह के अंत में यह 15 मिलियन डॉलर बढ़कर 4.741 बिलियन डॉलर हो गया.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.