उत्तराखंड के रुड़की के भगवानपुर में मतदान केंद्र के बाहर पुलिस ने लोगों पर लाठियां भांजी. इसको लेकर विधायक ममता राकेश रो-रो कर अपने साथ धोखे का हवाला देते हुए धरने पर बैठ गईं. भगवानपुर कस्बे के बीडी इंटर कॉलेज में बनाए गए मतदान केंद्र के अंदर लाइन में लगी महिलाओं पर किसी ने पत्थर फेंके. पत्थर फेंकने के कारण मौके पर हंगामा खड़ा हो गया.
इसके बाद आक्रोशित भीड़ पर पुलिस पर पथराव करने का आरोप लगाया गया है. पुलिस ने भी लाठी फटकराते हुए भीड़ को दूर तक खदेड़ा. भगवानपुर में मामले को लेकर तनाव की स्थिति बनी हुई है. घटना को लेकर विधायक ममता राकेश अपने बेटे अभिषेक राकेश और समर्थकों सहित धरने पर बैठ गई. इस दौरान विधायक ममता राकेश अपने बेटे अभिषेक राकेश और समर्थकों सहित फूट-फूटकर रो पड़ीं.
पहली बार बनाया गया मतदान केंद्र
दरअसल, भगवानपुर कस्बे में नगर पंचायत के वार्ड पांच का मतदान केंद्र पहली बार कस्बे के बीडी इंटर कॉलेज में बनाया गया था. यहां पर शाम पांच बजे तक मतदान शांतिपूर्ण तरीके से चलता रहा. शाम पांच बजे पुलिस ने मतदान का समय पूरा होने पर मतदान केंद्र का गेट बंद कर दिया था. मतदान केंद्र के अंदर करीब 200 महिलाएं और पुरुष लाइन में लगे हुए थे. इस दौरान किसी ने लाइन में लगी महिलाओं पर पत्थर फेंक दिए.
इसके बाद लोगों ने मौके पर हंगामा शुरू कर दिया. हंगामा होता देख मौके पर भगदड़ मच गई. वहीं पुलिस ने लाठी फटकारी तो लोग बाहर की तरफ दौड़ पड़े. सूत्रों के मुताबिक, वहीं बाहर आने के बाद भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया. आरोप है कि इसके बाद ही पुलिस ने भीड़ को लाठी फटकारते हुए भगवानपुर टेलीफोन एक्सचेंज तक खदेड़ा.
विधायक ममता ने लगाया धोखे का आरोप
वहीं, भगवानपुर हाईवे पर इस घटना से अफरा-तफरी मच गई. लाठी फटकारने की सूचना मिलने के बाद विधायक ममता राकेश अपने बेटे अभिषेक राकेश और समर्थकों सहित मौके पर पहुंची और मतदान केंद्र के बाहर रोते हुए अपने साथ धोखा होने का हवाला देने लगीं.
इसके बाद ही वो धरना पर बैठ गईं. इस दौरान ममता राकेश, बेटे अभिषेक राकेश और समर्थकों सहित फूट-फूटकर रो पड़ीं और पुलिस पर लोगों को मतदान नहीं करने और लाठी से फटकार कर भगाने का आरोप लगाया. इसकी सूचना मिलते ही भगवानपुर एसडीएम जितेंद्र कुमार और सीओ मंगलौर विवेक कुमार मौके पर पहुंचे.
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