दिल्ली विधानसभा चुनाव की तस्वीर अब पूरी तरह से साफ हो चुकी है. इस चुनाव मेंसूबे की 70 विधानसभा सीटों पर 699 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. जिसमें सबसे ज्यादा कैंडिडेट नई दिल्ली सीट पर है. आम आदमी पार्टी के संयोजक व पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली सीट से 22 उम्मीदवार मैदान में हैं. ऐसे में राजधानी में सबसे बड़ी जंग केजरीवाल की नई दिल्ली सीट पर लड़ी जा रही है, जबकि कस्तूरबा नगर और पटेल नगर सीट पर पांच-पांच प्रत्याशी मैदान में हैं.
नई दिल्ली सीट पर कांग्रेस ने संदीप दीक्षित और बीजेपी ने प्रवेश वर्मा को उतारकर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जबरदस्त घेराबंदी की है. ऐसे में अरविंद केजरीवाल वैसे ही सियासी चक्रव्यूह में फंसे हुए नजर आ रहे हैं, जैसे महाभारत में अभिमन्यु. देखना है कि केजरीवाल चौथी बार जीत का चौका लगा पाते हैं या फिर उन्हें इस चक्रव्यूह में शिकस्त मिलेगी?
दिल्ली की 70 सीट पर 699 उम्मीदवार
दिल्ली विधानसभा चुनाव में सोमवार को नामांकन वापसी का आखिरी दिन था. 20 उम्मीदवारों के नाम वापस लेने के बाद अब दिल्ली में 699 प्रत्याशी बचे हैं. हालांकि, 70 विधानसभा सीटों पर नामांकन प्रक्रिया के दौरान कुल 1522 लोगों ने पर्चे भरे थे, लेकिन फॉर्म में कमी और पर्याप्त दस्तावेजों के अभाव के चलते 803 लोगों के नामांकन रिजेक्ट कर दिए गए. इसके बाद बचे 719 प्रत्याशियों में से 20 लोगों ने सोमवार को अपना नामांकन वापस ले लिया.
इस चुनाव में 699 प्रत्याशी आजमा रहे किस्मत
केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में विधानसभा बहाल होने के बाद पहली बार 1993 में चुनाव हुए हैं. 1993 में 1316 प्रत्याशी उतरे थे, जो अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा है. 1998 में 815 कैंडिडेट, 2003 में 817 उम्मीदवार, 2008 में 875 कैंडिडेट, 2013 में 810 प्रत्याशी, 2015 में 673 प्रत्याशी, 2020 में 672 और 2025 में 699 प्रत्याशी हैं.
नई दिल्ली सीट पर सबसे ज्यादा प्रत्याशी
नई दिल्ली विधानसभा में उम्मीदवारों की संख्या सबसे ज्यादा है. नई दिल्ली सीट पर कुल 40 नामांकन दाखिल किए गए थे, जिसमें से 31 नामांकन वैध पाए गए. सोमवार को नामांकन वापसी के बाद अरविंद केजरीवाल के विधानसभा सीट पर कुल 23 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. 2020 में नई दिल्ली सीट से 28 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था, जिसमें बीजेपी के उम्मीदवार को छोड़कर सभी की जमानत जब्त हो गई थी. नई दिल्ली सीट के बाद जनकपुरी विधानसभा सीट पर 16 उम्मीदवार मैदान में है. इन दोनों सीटों पर दो-दो ईवीएम का इस्तेमाल होगा.
दिल्ली की हाई प्रोफाइल सीट पर नई दिल्ली विधानसभा सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी से पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा, कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा अरविंद केजरीवाल के सामने 23 प्रत्याशियों में 4 महिला प्रत्याशी भी किस्मत आजमा रही हैं. बसपा से वीरेंदर चुनाव लड़ रहे हैं तो भारतीय लिबरल पार्टी से डॉक्टर मुनीष कुमार रायजादा ताल ठोक रहे हैं.
दिल्ली में सबसे कम उम्मीदवार
दिल्ली की दो विधानसभा सीटों पर सबसे कम उम्मीदवार हैं. कस्तूरबा नगर और पटेल नगर विधानसभा सीटों पर पांच-पांच उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. कस्तुरबा नगर सीट से आम आदमी पार्टी, बीजेपी, कांग्रेस, बसपा और एक निर्दलीय ने नामांकन दाखिल कर रखे हैं. पटेल नगर विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, भाजपा, बसपा और एक अन्य छोटी पार्टी के उम्मीदवार मैदान में हैं. इसके अलावा बाकी सीट पर औसतन 7 से 10 प्रत्याशी के बीच हैं.
दिल्ली में त्रिकोणीय लड़ाई की संभावना
दिल्ली विधानसभा का चुनाव इस बार कई मायने में अलग है. बीजेपी सत्ता में वापसी के लिए पूरा दमखम लगा रही तो आम आदमी पार्टी लगातार चौथी बार सत्ता को पाने की कवायद में है. कांग्रेस अपने खोए हुए जनाधार को पाने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है.
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सभी 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं जबकि बीजेपी 68 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं और दो सीटों पर उसके सहयोगी चुनाव लड़ रहे हैं. एक सीट पर जेडीयू और एक सीट पर चिराग पासवान की एलजेपी है. इसके अलावा बसपा दिल्ली की 69 सीट पर चुनाव लड़ रही हैं. अजित पवार की एनसीपी ने 30 सीट पर उम्मीदवार उतार रखे हैं तो असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM ने 2 सीट पर अपने कैंडिडेट उतारे हैं.
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