मध्य प्रदेश के शिवपुरी के तेंदुआ थाना क्षेत्र में हत्या के मामले में राजीनामा नहीं करने पर आरोपियों ने पीड़ित परिवार पर जानलेवा हमला किया. शनिवार की रात हत्या के आरोपों में जेल में बंद आरोपियों के बेटों ने पहले मृतक के भाई की हत्या करने की कोशिश की और जब इससे भी उनका मन नहीं भरा तो मृतक के परिवार के कच्चे मकान की छत पर पत्थर फेंक कर उसे तोड़ दिया. घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
18 जनवरी 2023 को दीगौदी गांव में जमीनी विवाद के चलते मंगल सिंह की उसी के परिवार के चार भाईयों ने मिलकर हत्या कर दी थी, जिसमें महाराज सिंह, राजेश, मुकेश और सुखदेव धाकड़ शामिल थे. घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित परिवार की तहरीर पर कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. कोर्ट में मामला विचाराधीन है. मृतक के भाई रामसिंह धाकड़ का कहना है कि हत्यारों के परिवार वाले उन पर जबरन राजीनामा करने का दबाव बना रहे थे.
दो साल बाद किया परिवार पर हमला
इस संबंध में हमने आरोपियों के परिवार के खिलाफ थाने में FIR दर्ज कराई. हालांकि, जब राजीनामे पर बात नहीं तो हत्या के ठीक दो साल बाद यानी 18 जनवरी 2025 को आरोपी मुकेश का बेटे आकाश, विकास, आरोपी महाराज सिंह के बेटे गोलू और आरोपी राजेश के बेटे रिंकू ने प्लानिंग करके मृतक मंगल सिंह के भाई केशव धाकड़ पर जानलेवा जानलेवा हमला कर दिया. केशव अपनी पत्नी के साथ लौट रहा था. इसी दौरान आरोपी उसका इंतजार कर रहे थे. केशव को देखते उन लोगों ने हमला कर दिया था.
मृतक के घर पर किया पथराव
हमले के बाद घायल केशव को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आरोपियों का जब इससे भी मन नहीं भरा, तो वह 19 जनवरी की सुबह मृतक मंगल सिंह के घर पहुंच गए, जहां उन्होंने मृतक की पत्नी गुड्डी बाई के घर पर जमकर पथराव किया, जिससे उसकी छत का पत्थर टूट कर नीचे गिर गए. इस घटना में गुड्डी, उसकी बेटी कल्पना, ससुर कैलाश चंद्र और सास संतो बाई बाल-बाल बच गए. पाटौर के पत्थर उनके ऊपर आकर गिरे हैं.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ितों की तहरीर पर शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. इस पूरे मामले में तेंदुआ थाना प्रभारी विवेक यादव का कहना है आवेदन प्राप्त हुआ है. पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच कर रही है.
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