झारखंड के लाखों छात्रों के भविष्य पर छाया संकट! मैट्रिक-इंटर समेत इन एग्जाम पर लगा ग्रहण, ये है कारण
झारखंड के लाखों छात्रों के भविष्य पर गहरा संकट मंडरा रहा है. राज्य में इंटर और मैट्रिक की परीक्षा आयोजित करने वाली झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का पद खाली हो गया है. इसके बाद जैक द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं पर ग्रहण लग गया है, जिसमें मैट्रिक और इंटर की परीक्षा भी शामिल हैं.
18 जनवरी 2022 को राज्य सरकार ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष के रूप में डॉ अनिल कुमार महतो, जबकि उपाध्यक्ष के रूप में विनोद सिंह को नियुक्त किया था. अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों का कार्यकाल 18 जनवरी 2025 दिन शनिवार को समाप्त हो गया. इसके कारण आठवीं नवमी, 10वीं(मैट्रिक) 11वीं और 12वीं (इंटर) बोर्ड की परीक्षाएं प्रभावित हो सकती हैं. अगर जल्द ही जैक अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हो पाई तो इन परीक्षाओं पर ग्रहण लगने के कारण लाखों छात्रों का भविष्य अधर में लटक जाएगा.
मैट्रिक और इंटर परीक्षा 2025 का शेड्यूल जारी
झारखंड एकेडमिक काउंसिल के द्वारा पूर्व में ही मैट्रिक और इंटर परीक्षा 2025 का शेड्यूल जारी कर दिया गया है, जिसके मुताबिक मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा 11 फरवरी 2025 से शुरू होंगी, जो 3 मार्च 2025 तक चलेंगी. पहले शिफ्ट में जहां मैट्रिक की परीक्षा होंगी, वहीं दूसरी शिफ्ट में इंटर की परीक्षा आयोजित की जाएंगी. ऑटोनॉमस बॉडी होने के कारण झारखंड एकेडमिक काउंसिल के कामकाज की जिम्मेवारी संवैधानिक रूप से जैक अध्यक्ष के निहित होती है, ऐसे में अध्यक्ष विहीन होने के कारण मैट्रिक इंटर सहित आधा दर्जन परीक्षाओं पर ग्रहण लग गया है.
अगर नहीं हुई नियुक्ति तो टल सकती हैं परीक्षाएं!
छात्रों के भविष्य को देखते हुए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के द्वारा झारखंड एकेडमिक काउंसिल के नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. अगर जैक अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की नियुक्ति अगले एक सप्ताह के अंदर नहीं होती है तो 28 जनवरी से आयोजित होने वाली आठवीं बोर्ड की परीक्षा और 29 जनवरी से 9वीं बोर्ड की परीक्षा को टालना पड़ सकता है.
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