रतलाम। जिले में शीतलहर का असर बढ़ते ही कलेक्टर राजेश बाथम के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों में कक्षा नर्सरी से लेकर आठवीं के बच्चों की छुट्टी घोषित करने के आदेश जारी किए हैं। शुक्रवार को स्कूल बंद और शनिवार को भी छुट्टी रहेगी।
उधर, कई स्थानों पर मावठे की रिमझिम-तेज वर्षा से मौसम पूरी तरह बिगड़ गया। सर्द मौसम से आमजन के हाल बेहाल हो रहे हैं। हर किसी को कंपकंपी छूट रही है। शीतलहर से बचाव के लिए किए जा रहे तरह-तरह के जतन भी नाकाफी सिद्ध हो रहे हैं।
किसानों को फसल बिगड़ने की आशंका सता रही
- मौसम के बदले मिजाज से आमजन के साथ फसलों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। बच्चे, बड़े और बुजुर्ग सर्दी, खांसी, जुकाम, हाथ-पैर-सिर दर्द आदि की चपेट में आ रहे हैं। रबी सीजन की कई फसलों के पौधे शीतलहर से झुलस रहे हैं।
- 6.7 डिग्री सेल्सियस गिरा दिन का तापमान बुधवार के मुकाबले गुरुवार को अधिकतम तापमान में 6.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट और न्यूनतम तापमान में 1.7 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
- जिले में तापमान में गिरावट को दृष्टिगत रखते हुए विद्यार्थियों के स्वास्थ्य व सुरक्षा को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी अनिता सागर ने नर्सरी से माध्यमिक स्तर तक की सभी कक्षाओं के लिए 17 व 18 जनवरी को अवकाश घोषित किया है।
- जारी आदेश के मुताबिक जिले के सभी शासकीय, अशासकीय, सीबीएसई, आईसीएसई आदि समस्त प्रकार की शैक्षणिक संस्थाओं में नर्सरी से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए अवकाश घोषित किया गया है।
खेतों का निरीक्षण कर दे रहे सलाह
सहायक संचालक कृषि भीका वास्के ने बताया कि वर्तमान में फसलों की स्थिति ठीक है। तापमान में पांच डिग्री से नीचे जाने पर रबी फसलों में नुकसान की संभावना है। किसान गेहूं फसल में दूसरी सिंचाई बोवनी के 40-45 दिन बाद कल्ले निकलते समय करें।
समय से बोई गई फसल में तीसरी सिंचाई बोवनी के 60-65 दिन बाद तने में गांठे बनते समय करें। गेहूं में यूरिया का उपयोग सिंचाई करने के बाद ही करें। इससे यूरिया का समुचित उपयोग हो सकेगा।
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