इंदौर: इंदौर के ऐतिहासिक और प्रसिद्ध 100 साल से अधिक पुराने गोपाल मंदिर में आयोजित हुई एक शादी चर्चा का विषय बन गई है। इस शादी समारोह की वीडियो और फोटो वायरल होते ही विरोध देखने को मिल रहा है। दरअसल, रविवार को मंदिर परिसर में ही विवाह समारोह हुआ, उसके लिए जहां मंदिर परिसर के अंदर और बाहर से सजाया गया था तो वही भगवान की प्रतिमा के समीप ही अतिथियों को भोजन परोसा गया।
इस विवाह समारोह का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो इसको लेकर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली। हैरान करने वाली बात ये थी कि इस विवाह समारोह के लिए ना तो जिला प्रशासन और ना ही नगर निगम से किसी तरह की अनुमति ली गई थी बस एक पर्ची 25 हजार की काट दी गई थी वह भी फेरे और दर्शन के नाम पर उसके बाद विरोध बढ़ता देख प्रशासनिक अधिकारी भी हरकत में आए और संभागायुक्त दीपक सिंह ने इस मामले में जांच के आदेश दिए।
कलेक्टर आशीष सिंह ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए बताया को एडीएम गौरव बैनल को इस मामले की जांच के आदेश दिए गए है। आज शाम तक एडीएम को इसकी पूरी रिपोर्ट पेश करनी होगी। कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक़ अब तक ये खुलासा नहीं हुआ है कि शादी किसकी हुई है और किसने इसकी अनुमति दी थी। कलेक्टर आशीष सिंह ने भी इस तरह के मामले की निंदा की है और जांच रिपोर्ट आने के बाद सख्त कार्रवाई की बात भी कही है।
बहरहाल शहर के व्यस्त इलाके में मौजूद ऐतिहासिक मंदिर में इस तरह से शादी समारोह का आयोजन होना और किसी जनप्रतिनिधि या अधिकारी को इसकी भनक तक नहीं लगना, अपने आप में यह हैरान करने वाली बात है। अब देखना होगा कि जांच रिपोर्ट के बाद प्रशासन के द्वारा किस तरह की कार्रवाई की जाती है।
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