प्रयागराज में जल्द ही महाकुंभ का आगाज होने जा रहा है, ऐसे में अंदेशा है कि करीब 40 करोड़ लोग श्रद्धा के साथ संगम में डुबकी लगाने के लिए पहुंचेंगे. ऐसे में हर दिन महाकुंभ में लाखों लोग मौजूद रहेंगे. इन लोगों की भोजन की व्यवस्था भी अलग-अलग आश्रमों और संगठनों के द्वारा की जा रही है. कुछ इसी तरह की व्यवस्था ईस्कॉन ने भी की है. ईस्कॉन की ओर से यहां पर मेगा किचन बनाया गया है. जहां पर हर दिन करीब 1 लाख लोगों के भोजन की व्यवस्था की जाएगी.
ईस्कॉन द्वारका के मधुकांत प्रभु जी ने टीवी9 भारतवर्ष से विशेष बातचीत में बताया है कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ में ईस्कॉन की ओर से दो बड़ी रसोई बनाई गई हैं. इन रसोई में हर दिन करीब 1 लाख लोगों के लिए भोजन प्रसादी बनाई जाएगी. इन रसोई में बनने वाला भोजन प्रसादी महाकुंभ मेले के 40 प्रमुख स्थानों पर वितरित किया जाएगा. मधुकांत प्रभु ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य श्रद्धालुओं की सुविधा और सेवा को बढ़ाना है.
क्रेन का हो रहा इस्तेमाल
ईस्कॉन की ओर से बनाई गई इस मेगा किचन में बड़े-बड़े बर्तनों को उठाने के लिए क्रेन का इस्तेमाल किया जा रहा है. क्योंकि आसानी से इतने बड़े बर्तनों को हिला पाना इंसानों के बस की बात नहीं है. मेगा किचन के मेंबर दीन गोपाल दास जी ने बताया कि बर्तनों को क्रेन के माध्यम से ही एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाया जा रहा है. बर्तनों को यहां से वहां करने के लिए स्लाइडर्स भी लगाए गए हैं.
स्मॉग फ्री रहेगी किचन
ईस्कॉन के मधुकांत प्रभु जी ने बताया कि इस किचन को विशेष तौर पर स्मॉग फ्री बनाया गया है. जहां पर लकड़ी के बड़े चूल्हे जिन्हें सलेम कहा जाता है, का इंतजार किया गया है. इन चूल्हों में खास तरह की चिमनियों का इस्तेमाल किया गया है जो इन्हें स्मॉग फ्री बनाते हैं.
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