अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ का समारोह 11 जनवरी से शुरू हुआ. इसे प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाया जा रहा है. रामलला की आरती और विशेष पूजा से भव्य आयोजन शुरू हुआ. ये प्रतिष्ठा द्वादशी का समारोह तीन दिनों यानी 13 जनवरी तक चलेगा. प्रतिष्ठा द्वादशी के समारोह के तीनों दिन अलग-अलग सांसकृतिक कार्यक्रम होंगे. रामलला को मंदिर में विराजमान हुए एक साल पूरा हो गया. ऐसे में आइए जानते हैं कि इन एक सालों में राम मंदिर में अभी तक कितना चढ़ावा चढ़ाया गया है और साथ ही किसने सबसे ज्यादा दान दिया है.
अब तक राम मंदिर को मिला है कितना दान?
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने से पिछले साल अप्रैल से अक्टूबर तक आए चढ़ावे की जानकारी दी थी. इस बीच मंदिर के दान पात्र में 55.12 करोड़ का चढ़ावा प्राप्त हुआ. वहीं मंदिर को अब तक 5000 करोड़ से अधिक का दान मिल चुका है. जबकि मंदिर ट्रस्ट का लक्ष्य देश के 11 करोड़ लोगों से 900 करोड़ रुपए जुटाने का था.
18 करोड़ रामभक्तों ने दी है समर्पण निधि
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, मंदिर के समर्पण निधि वाले खाते में ही अब तक 3200 करोड़ रुपए प्राप्त हो चुके हैं. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से दिए गए आंकड़ों के अनुसार, राम मंदिर निर्माण के लिए अब तक करीब 18 करोड़ रामभक्तों ने अलग-अगल बैंकों से 3,200 करोड़ रुपये समर्पण निधि दी है.
विदेशों से अब तक मिला इतना दान
विदोशों से अब तक राम मंदिर को 11 करोड़ रुपए का दान मिल चुका है. राम मंदिर को विदेशों से दान लेने की इजाजत साल 2023 के अक्टूबर में दी गई थी. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, मंदिर के लिए नेपाल और अमेरिका से सबसे अधिक दान मिला है.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा दान देने वालों की लिस्ट
- कथावाचक मोरारी बापू 11.3 करोड़ रुपये का दान दिया
- अमेरिका, कनाडा और यूनाइटेड किंगडम में रहने वाले मोरारी बापू के अलग-अलग अनुयायियों ने सामूहिक रूप से 8 करोड़ रुपये का दान दिया.
- डायमंड कंपनी श्रीरामकृष्णा एक्सपोर्ट्स के मालिक गोविंदभाई ढोलकिया 11 करोड़ रुपये का दान दिया.
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