लूटपाट, रेप, हत्या जैसे बड़े मामलों में क्राइम रेट में ऊपर रहने वाली राजधानी दिल्ली के आपराधिक आंकड़ों में थोड़ी गिरावट देखी गई है. दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, कत्ल, लूट के अलावा रेप और छेडखानी के मामलों में भी पिछले साल के मुकाबले कमी पाई गई है. दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, जहां 2023 में हत्या के 506 मामले दर्ज किए गए थे वहीं, 2024 में घटकर 504 हो गया.
राजधानी में लूट के मामले 2023 में जहां 1654 थे, तो वहीं 2024 में घटकर 1510 हो गए हैं. दिल्ली पुलिस की मानें तो यहां छेड़छाड़ के मामलों में भी कमी आई है. 2023 में जहां, छेड़छाड़ के 2345 मामले दर्ज हुए थे, वहीं, 2024 में घटकर 2037 हो गये हैं. यही नहीं पुलिस आकंड़ों के मुताबिक, 2023 में रेप के 2141 मामले दर्ज किए गए थे, वहीं 2024 में घटकर 2076 मामले दर्ज किए गए.
पुलिस के क्राइम ब्रांच के विशेष आयुक्त देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि एक साल की अथक मेहनत के साथ काम किया गया. इसमें कुछ बदलाव भी किए गए, जिसमें नई तकनीकी उपकरणों और पारंपरिक खुफिया प्लानिंग को शामिल किया गया. तकनीकी निगरानी, सीडीआर और आईपीडीआर विश्लेषण, और सूचना नेटवर्क का उपयोग करके, इससे जुड़ी सभी टीमों ने उन अपराधियों का पता लगाया और उन्हें पकड़ लिया जो सालों से गिरफ्तारी से बचे हुए थे.
डकैती की घटनाओं में नहीं कोई सुधार
दिल्ली पुलिस की ओर से दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, डकैती की 29 घटनाएं सामने आई हैं, जो पिछले साल के बराबर दर्ज की गई हैं, इनमें सुधार नहीं देखा गया है.हालांकि, बड़ी दुर्घटनाओं और चोरी जैसी कुछ घटनाओं में तेज वृद्धि हुई. जबकि पिछले साल कुल 1,504 दुर्घटनाएं दर्ज की गईं. 2023 से 1,432 की तुलना में, चोरी के कम से कम 29,011 मामले देखे गए – पिछले साल की तुलना में 400 से अधिक मामले सामने आए.
ये कह रहे दिल्ली से क्राइम कम हो गया
दिल्ली पुलिस की ओर से जारी किए गए आंकड़ों पर शिवसेना यूबीटी के सांसद संजय राउत ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में सरे आम हत्याएं हो रही हैं और पुलिस आंकड़े दे रही है कि दिल्ली में क्राइम कम हो गया है. इससे शर्मनाक और कुछ हो नहीं सकता.
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