उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि किसी भी विवादित ढांचे को मस्जिद कहना इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल समाज में नफरत को बढ़ावा देते हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ प्रयागराज में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान महाकुंभ के महत्व पर चर्चा के दौरान बोले कि महाकुंभ आस्था और आधुनिकता का समागम बनने जा रहा है. यह वैश्विक स्तर पर एक नई छाप छोड़ेगा. उन्होंने आगे कहा कि इस बार महाकुंभ को भव्य, दिव्य और डिजिटल कुम्भ के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा. जहां स्वच्छता, सुरक्षा और आधुनिकता के साथ-साथ आस्था का भी संरक्षण किया जाएगा.
उन्होंने यह भी कहा, ‘प्रयागराज महाकुंभ का आयोजन स्वच्छता और सुरक्षा के मॉडल के रूप में किया जा रहा है. जहां आस्था और आधुनिकता का संगम होगा. सीएम योगी ने 2013 कुंभ को भी याद किया और कहा कि उस वक्त मॉरिशस के तत्कालीन प्रधानमंत्री मां गंगा की गंदगी देखकर भावुक हो गए थे. उस घटना का हवाला देते हुए कहा उन्होंने कहा कि कुछ लोग दुष्प्रचार का ठेका ले बैठे हैं. उन्होंने कहा कि वह खुद संगम में डुबकी ले चुके हैं और आचमन कर चुके हैं और उनका स्वास्थ्य बिलकुल ठीक है.
कुंभ के लिए ही रहेगी यह जमीन
प्रयागराज के महत्व को बताते हुए सीएम ने कहा कि प्रयागराज जिस विकास का हकदार है उसे वह जरूर मिलेगा. यह कुंभ की भूमि है और हमेशा कुंभ के लिए ही उपलब्ध रहेगी. ‘साथ ही उन्होंने वक्फ बोर्ड की भूमिका पर भी सवाल उठाया और कहा कि यह भूमाफियाओं का बोर्ड है.
विपक्ष पर साधा निशाना
सीएम योगी ने ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए कहा कि आइन-ए-अकबरी में भी संभल में श्री हरि विष्णु मंदिर तोड़ने का उल्लेख किया गया है. इसके शास्त्रीय प्रमाण और आस्था के साक्ष्य मौजूद हैं. सीएम योगी ने इस दौरान विपक्ष पर भी निशाना साधा और कहा कि जो लोग संविधान के खिलाफ काम करते हैं, वे ही लोग संविधान की प्रति लेकर लोगों को मूर्ख बनाने की कोशिश करते हैं. सीएम ने स्पष्ट किया कि जो परंपरागत रूप से संगम में स्नान करने आएंगे. उनका स्वागत है.
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