राजधानी दिल्ली के साथ-साथ बिहार में भी सियासत गरमा गई है. दिल्ली में अभी चुनाव प्रचार चल रहा है जबकि बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारी चल रही है. यहां इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी प्रगति यात्रा के जरिए सीधे जनता से रू-ब-रू हो रहे हैं. उनकी यह यात्रा अलग-अलग जिलों से होकर गुजर रही है. इस बीच आरजेडी नेता और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से रिटायर्ड अधिकारियों द्वारा सरकार चलाने का आरोप लगाया.
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिना किसी का नाम लेते हुए कहा कि बिहार में तो ‘डीके टैक्स’ सिस्टम चल रहा है. राज्य में डीके टैक्स वसूली हो रही है. रिटायर्ड अधिकारी ही सब कुछ चला रहे हैं. यहां सरकार नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. बिहार में दुर्भाग्यपूर्ण चीजें हो रही हैं. 2018 के बाद बिहार में सबसे बड़ा पद डीजीपी या फिर मुख्य सचिव का पद महज दिखावटी रह गया है बल्कि वह सजावट के लायक भी नहीं रह गया है. हालांकि, तेजस्वी यादव ने डीके टैक्स का नाम जरूरी लिया, लेकिन उस पूर्व अधिकारी का नाम नहीं बताया.
तेजस्वी यादव बोले- बिहार में DGP की भी नहीं चल रही
आरजेडी नेता ने कहा कि बिहार में न तो डीजीपी की चल रही है न ही मुख्य सचिव की चल रही है. मुख्यमंत्री कहीं जाते हैं तो इनको बुलाते भी नहीं हैं. जो रिटायर्ड अधिकारी हैं, वही लोग बिहार को चला रहे हैं. बिहार में डीके टैक्स चल रहा है. पूरी तरीके से बिहार में वसूली, अधिकारियों की हेरा फेरी और ट्रांसफर हो रहा है. जो काबिल अधिकारी हैं, जो परफॉर्मर हैं, चाहे वह आईएएस हो या फिर आइपीएस, ऐसे करीब 90 प्रतिशत अधिकारियों को शंटिंग पोस्ट पर डाल दिया गया है.
तेजस्वी का यह भी कहना था कि उनसे कोई काम नहीं लिया जा रहा है. उस ग्रुप की बात नहीं मानी जाती है तो कार्रवाई की जाती है. बिहार में नीतीश कुमार का राज नहीं चल रहा है, पूरी तरीके से डीके वसूली हो रही है. विपक्ष के नेता इससे पहले आरसीपी टैक्स की बात करते थे. आरसीपी सिंह भी पूर्व आईएएस अधिकारी रहे हैं और नीतीश कुमार के साथ उनकी करीबी किसी से छिपी नहीं थी.
आखिर किधर है तेजस्वी यादव का इशारा?
हालांकि, अब आरसीपी सिंह का जेडीयू से मोहभंग हो चुका है. ऐसे में अब तेजस्वी यादव ने ‘डीके टैक्स’ खोज निकाला है. कहा जा रहा है कि तेजस्वी यादव का इशारा बिहार के आईएएस अधिकारी दीपक कुमार की तरफ है. दीपक कुमार कई विभागों को संभाल चुके हैं. राजनीतिक गलियारों में इस बात की भी खूब चर्चा है कि दीपक कुमार नीतीश कुमार का पसंदीदा बने हुए हैं. कहीं भी जाते हैं तो दीपक कुमार साथ नजर आते हैं.
कई विभागों में धांधली का आरोप झेल रहे नीतीश
यह पहला मौका नहीं है जबकि तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर इस तरह का हमला बोला है. इससे पहले भी तेजस्वी अधिकारियों द्वारा सरकार चलाने का आरोप लगा चुके हैं. एक समय में शिक्षा विभाग में भर्ती में धांधली का आरोप लगाते हुए भी तेजस्वी यादव अधिकारियों द्वारा सरकार चलाने की बात कर चुके हैं. अब बीपीएससी के छात्र आंदोलन कर रहे हैं. ऐसे में तेजस्वी सरकार को घेरने में एक कदम भी पीछे नहीं हट रहे हैं.
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