वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने देश में महंगाई और टैक्स सिस्टम पर सवाल खड़े करते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला है. एक पोस्ट में उन्होंने कहा, कॉरपोरेट को लाखों करोड़ का जीवनदान देने वाली बीजेपी सरकार गरीब और मध्यम वर्ग से जीवनबीमा और जीवन की बुनियादी जरूरतों पर भी टैक्स वसूल रही है. आम जनता के लिए जीएसटी का मतलब ‘गृहस्थी सत्यानाश टैक्स’ हो गया है.
इसी पोस्ट में प्रियंका गांधी ने आगे कहा, कुल जीएसटी का 64% हिस्सा सबसे गरीब और मध्यम वर्ग से वसूला जा रहा है. जबकि सबसे ज्यादा आय वाली 10 फीसदी आबादी का जीएसटी में योगदान सिर्फ 3 प्रतिशत है. कॉरपोरेट टैक्स की दर 30% से घटाकर 22% कर दी और गरीब जनता से रोटी-दाल और चना-चबैना पर भी वसूली हो रही है.
भारत में इस समय करीब 7 तरीके के टैक्स चल रहे हैं
इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने एक पोस्ट में कहा, जीएसटी को टैक्स प्रोसेस सरल करने के लिए लाया गया था लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. दुनिया के अन्य देशों में एक या दो तरह के टैक्स होते हैं लेकिन भारत में इस समय करीब 7 तरीके के टैक्स चल रहे हैं. देश के लिए जीएसटी का सरलीकरण बहुत जरूरी है. सरकार ने जीएसटी के नाम पर जिस तरह से गरीबों के ऊपर बोझ डाला है, हम उसका विरोध करते हैं.
देश में महंगाई ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है
इस मामले को लेकर कांग्रेस महासचिव और छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट ने भी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा किमोदी सरकार में देश के बहुत सीमित लोगों की आमदनी बढ़ रही है.जहां कॉर्पोरेट्स को टैक्स में करोड़ों रुपए की छूट दी जा रही है, वहीं मध्यम वर्ग से जीएसटी वसूल किया जा रहा है.देश में महंगाई ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है. रोजमर्रा की चीजों के दाम बढ़ रहे हैं. जीएसटी का प्रोसेस इतना जटिल है कि छोटे व्यापारी उसका पालन नहीं कर सकते हैं.मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए मध्यम वर्ग के ऊपर जो भार डाला है, उसे कम करने का समय आ गया है.
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