सियालदह अदालत में महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या मामले की सुनवाई पूरी हो गई है. कोर्ट 18 जनवरी को दोपहर सजा का ऐलान करेगा. आरजी कर रेप केस मामले की सुनवाई 11 नवंबर को शुरू हुई. यह सिलसिला लगातार दो महीने तक चलता रहा. जांच एजेंसी सीबीआई इस मामले में पहले ही आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है. गिरफ्तार सिविक वॉलेंटियर संजय रॉय एकमात्र आरोपी था. केंद्रीय एजेंसी सीबीआई ने अदालत से उसकी अधिकतम सजा की अपील की है.
बता दें कि 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्टिपल में लेडी डॉक्टर का शव मिला था. उसके बाद कोलकाता पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की तो सिविक वॉलेंटियर संजय रॉय का नाम सामने आया. उस पर लेडी डॉक्टर की हत्या करने का आरोप लगा और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. बाद में कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने इसकी जांच शुरू की थी.
जांच के दौरान सीबीआई ने इस मामले में आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के प्रिंसिपल संदीप घोष सहित कई लोगों से लंबी पूछताछ की. संदीप घोष और पूर्व पुलिस अधिकारी को इस मामले में गिरफ्तार भी किया गया, लेकिन बाद में जमानत मिल गयी थी.
सीबीआई ने अधिकतम सजा की मांग की
सीबीआई के दावे का विरोध करते हुए आरोपी के वकील ने अदालत से कहा कि वह घटना में शामिल नहीं था. वकील ने कहा कि आरोपी को झूठे मामले में फंसाया जा रहा है. आरोपी के वकील ने बुधवार को अदालत को बताया कि पीड़िता के शरीर पर संघर्ष के कोई निशान नहीं थे. उसके कपड़े भी सही सलामत थे. परिणामस्वरूप, सीबीआई जो कह रही है वह सही नहीं है. आरोपी के वकील ने दावा किया कि सीबीआई द्वारा उपलब्ध कराए गए सबूत भी अपर्याप्त थे.
सीबीआई ने कहा कि इस घटना की जांच में मिले सभी सबूत एक ही आरोपी की ओर इशारा करते हैं. विशेषज्ञ डॉक्टरों की रिपोर्ट में भी कहा गया है कि यह घटना एक व्यक्ति के साथ भी संभव है. इन साक्ष्यों का हवाला देते हुए केंद्रीय एजेंसी ने गिरफ्तार व्यक्ति के लिए अधिकतम सजा की मांग की है.
पीड़िता के परिवार ने की ये मांग
दूसरी ओर, पीड़ित परिवार ने अदालत को बताया कि उनका मानना है कि यह घटना एक व्यक्ति के लिए संभव नहीं था. पीड़िता के माता-पिता एक नई, अधिक विस्तृत जांच चाहते हैं. अदालत ने सभी पक्षों के बयान सुने हैं. सीबीआई ने आरोपी के वकील के बयान के जवाब में गुरुवार को अपनी स्थिति व्यक्त की. यह मुकदमा सियालदह अदालत में बंद दरवाजे के पीछे चल रहा है.दूसरी ओर, लेडी डॉक्टर की हत्या के मामले पर डॉक्टरों ने लंबे समय तक आंदोलन किया था और न्याय की मांग की थी.
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