सोने की कीमतें साल 2024 में काफी तेजी से बढ़ी. यूरोप और मिडिल ईस्ट में तनाव के साथ ग्लोबल लेबल पर महंगाई बढ़ने के कारण माना जा रहा है कि साल 2025 में भी सोने की कीमतों में तेजी जारी रह सकती है. सोने की कीमतें कई कारणों से प्रभावित होती है. इनमें दुनिया भर की इकोनॉमी, महंगाई, राजनीतिक कारण, डिमांड सप्लाई का अंतर प्रमुख है.
मौजूदा समय में देश में 24 कैरेट गोल्ड की कीमतें 78 हजार रुपए प्रति दस ग्राम के करीब बनी हुई है. नीचे आप देश के प्रमुख शहरों के मौजूदा दाम देख सकते हैं.
आज अलग-अलग शहरों में सोने की कीमतों की पूरी लिस्ट:
शहर | 18K | 22K | 24K |
अहमदाबाद | ₹58,583 (113) | ₹71,601 (138) | ₹78,110 (150) |
बैंगलोर | ₹58,553 (113) | ₹71,564 (137) | ₹78,070 (150) |
चेन्नई | ₹58,680 (120) | ₹71,720 (147) | ₹78,240 (160) |
दिल्ली | ₹58,403 (113) | ₹71,381 (138) | ₹77,870 (150) |
हैदराबाद | ₹58,598 (113) | ₹71,619 (137) | ₹78,130 (150) |
कोलकाता | ₹58,433 (120) | ₹71,418 (147) | ₹77,910 (160) |
मुंबई | ₹58,508 (113) | ₹71,509 (137) | ₹78,010 (150) |
पुणे | ₹58,508 (113) | ₹71,509 (137) | ₹78,010 (150) |
सूरत | ₹58,583 (113) | ₹71,601 (138) | ₹78,110 (150) |
अगरतला | ₹58,785 | ₹71,848 | ₹78,380 |
आगरा | ₹58,523 | ₹71,528 | ₹78,030 |
अहमदाबाद | ₹58,583 | ₹71,601 | ₹78,110 |
आइजोल | ₹58,740 | ₹71,793 | ₹78,320 |
इलाहाबाद | ₹58,523 | ₹71,528 | ₹78,030 |
अमृतसर | ₹58,508 | ₹71,509 | ₹78,010 |
औरंगाबाद | ₹58,508 | ₹71,509 | ₹78,010 |
बैंगलोर | ₹58,553 | ₹71,564 | ₹78,070 |
बरेली | ₹58,523 | ₹71,528 | ₹78,030 |
बेलगाम | ₹58,553 | ₹71,564 | ₹78,070 |
2025 में सोने की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारण
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दुनिया की आर्थिक स्थिति:
सोने की कीमतें दुनिया की इकोनॉमी से बहुत प्रभावित होती हैं. अमेरिका और यूरोप में महंगाई और बैंकों की नीतियां इस पर असर डालेंगी. अमेरिका के बैंकों ने 2025 में ब्याज दरें बढ़ाने की बात कही है, जिससे सोने की कीमतें थोड़ी कम हो सकती हैं. लेकिन अगर महंगाई ज्यादा रही, तो लोग सोने को सुरक्षित निवेश मानकर ज्यादा खरीदेंगे, और इससे कीमतें बढ़ सकती हैं.
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राजनीतिक तनाव का असर:
दुनिया के बड़े देशों के बीच झगड़े या तनाव से सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं. अगर हालात बिगड़ते हैं, तो लोग सुरक्षा के लिए सोने में पैसा लगाना शुरू करेंगे, जिससे मांग बढ़ेगी और कीमतें ऊपर जाएंगी.
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भारत में सोने की मांग:
भारत में त्योहारों जैसे दिवाली, अक्षय तृतीया और शादियों के वक्त सोने की मांग बहुत बढ़ जाती है. 2025 में उम्मीद है कि भारत में सोने की खरीद फिर से तेज होगी. जब घरेलू मांग बढ़ती है, तो कीमतें भी बढ़ जाती हैं.
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रुपये की कीमत का असर:
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की मजबूती या कमजोरी का सीधा असर सोने की कीमतों पर होता है. अगर रुपया मजबूत होता है, तो सोना सस्ता हो जाता है. लेकिन अगर रुपया कमजोर पड़ता है, तो सोने की कीमत बढ़ जाती है, क्योंकि भारत सोना बाहर से मंगवाता है.
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