इसे कहते हैं विराट पारी. सेंसेक्स और निफ्टी ने आज नए साल के दूसरे ही दिन जो धमाका किया है. उसे देखकर भारत ही नहीं दुनिया भर के निवेशक हैरान रह जाएंगे. सेसेक्स ने आज सिर्फ शतकीय पारी ही नहीं खेली है बल्कि दलाल स्ट्रीट के मैदान में सीधा 1,436 रन बनाकर रिकॉर्ड बना दिया है. क्रिकेट की भाषा में कहें तो इसके ‘मैन ऑफ द मैच’ ऑटो और फाइनेंस सेक्टर रहे हैं. टॉप गेनर में ऑटो सेक्टर की कंपनी आइशर मोटर्स और फाइनेंस सेक्टर की कंपनी बाजाज फिनसर्व के शेयर रहे.
आज सुबह जब बाजार खुला तभी से तेजी देखी जानी शुरू हो गई थी. इसका रिजल्ट सेंसेक्स और निफ्टी में आई रैली को देखकर लगाया जा सकता है. बाजार बंद होने के वक्त सेंसेक्स 1,436 अंक चढ़कर 79,943 पर चला गया तो वहीं निफ्टी 1.88% यानी 445 अंक की तेजी के साथ 24,188 पर जा पहुंची.
क्यों बाजार ने मारा सिक्सर?
दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन में सालाना आधार पर 7.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 1.77 लाख करोड़ रुपए हो गया. विश्लेषकों का मानना है कि यह तेजी आर्थिक गति में सुधार का संकेत है, जो निवेशकों की धारणा को मजबूत कर सकता है. केपीएमजी के पार्टनर अभिषेक जैन ने कहा कि घरेलू और निर्यात दोनों क्षेत्रों के लिए रिफंड में वृद्धि के बावजूद, मजबूत जीएसटी कलेक्शन स्थिर मांग और स्वस्थ अर्थव्यवस्था को दर्शाता है.
निफ्टी-50 अपने 200D मूविंग एवरेज से ऊपर चला गया है, जो बाजार में आने वाली तेजी को बता रहा है. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा कि 23,850 से ऊपर की चाल इंडेक्स को 24,025 की ओर धकेल सकती है. उन्होंने कहा कि हालांकि अस्थिरता एक चिंता का विषय बनी हुई है, लेकिन इस स्तर पर गिरावट की संभावना नहीं दिखती है.
आगे भी इन दो सेक्टर का दिख सकता है जलवा
इतना ही नहीं ऑटोमोटिव और फाइनेंशियल सर्वे जैसे प्रमुख सेक्टर्स से मजबूत व्यावसायिक अपडेट ने तीसरी तिमाही की आय के लिए उम्मीदें बढ़ा दी हैं. मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा और सीएसबी बैंक जैसे प्रमुख खिलाड़ियों ने आशाजनक रुझान की सूचना दी है, जो बाजार को सकारात्मक दृष्टिकोण प्रदान करते हैं. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि ज्वैलरी, एविएशन और टूरिज्म जैसे लक्जरी उपभोग क्षेत्रों से मजबूत संख्या मिलने की उम्मीद है.
आज आईटी सेक्टर के इंडेक्स में भी रैली देखने को मिली. सीएलएसए और सिटी दोनों दिसंबर तिमाही में आईटी कंपनियों के लिए बेहतर रेवेन्यू ग्रोथ का अनुमान लगा रहे हैं, जिसे स्थिर मांग और हाल ही में रुपए में गिरावट का समर्थन प्राप्त है. सीएलएसए के विश्लेषक सुमीत जैन और शुभम अग्रवाल ने कहा कि विशेष रूप से अमेरिका में बेहतर ग्राहक भावना, मुद्रा अनुकूलता के साथ, आईटी क्षेत्र की आय में सहायता करेगी.
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