भोपाल : आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के मामले में एक नया खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि सौरभ शर्मा के घर से एक डायरी बरामद हुई है जिसमें कई मंत्रियों के नाम कोड वर्ड में हैं। ऐसे में कई बड़े चेहरे बेनकाब होने की संभावना है। वहीं इस डायरी को लेकर पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा है कि मेरा नाम तो नहीं होगा।
बता दें कि पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने हाल ही में सौरभ शर्मा मामले में प्रेस कॉन्फेस में आरोप लगाए थे कि उनके घर से एक लाल डायरी मिली है जिसमें कई मंत्रियों के नाम है। जीतू पटवारी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि सौरभ शर्मा को लोकायुक्त, इनकम टैक्स और ईडी की रेड से 2 दिन पहले ही पता चल गया था कि छापेमारी होनी है। सरकार ने इस पूरे मामले में सौरभ शर्मा को बचाने की कोशिश की। अधिकारियों ने लीपापोती करके सौरभ शर्मा को रवाना किया। जीतू पटवारी ने आगे कहा कि जैसे जैसे तथ्य सामने आ रहे हैं कि सौरभ शर्मा के कुछ ठिकानों पर ही छापेमारी हुई कुछ छोड़ दिए गए। जैसे कि भोपाल में रेड डाली ग्वालियर में छोड़ दिया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ईडी और इनकम टैक्स की रेड से पहले लोकायुक्त की रेड डलवाई गई ताकि सब कुछ संभाला जा सके। लाल डायरियां पर ईडी या इनकम टैक्स कब्जा न कर ले इसलिए लोकायुक्त की रेड डलवाई गई ऐसा प्रतीत हो रहा है। ऐसी परिकल्पना है, क्योंकि एक कांन्स्टेबल के पास इतना धन नहीं आ सकता।
सौरभ शर्मा की हो सकती है हत्या
क्योंकि हरी डायरी या लाल डायरी में जो राज है, सौरभ शर्मा के पास कई राज है उनको छिपाने के लिए सौरभ शर्मा की हत्या हो सकती है। सौरभ शर्मा जब भी सामने आएगा तब कई राज सामने आएंगे। सौरभ शर्मा को सुरक्षा दी जानी चाहिए उसकी हत्या हो सकती थी। जीतू पटवारी ने कहा कि राज छिपाने के लिए सागर में एक व्यक्ति आज तक नहीं मिला। जबकि सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिए उसके बाद नहीं मिल रहा। जिन लोगों का नाम सत्ता है वह सभी संदिग्ध है। जिन लोगों के पास सत्ता है उनका आचार और व्यवहार ऐसा ही है। व्यापंम घोटाले का जिक्र करते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि तब लगभग 50 लोगों की हत्या हुई थी। इसलिए हम मांग करते हैं कि सौरभ शर्मा को सुरक्षा देनी चाहिए, उसकी हत्या हो सकती है। अगर सौरभ शर्मा को कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। जीतू पटवारी ने कहा कि 10 साल से परिवहन के 2 मंत्री थे। चेकपोस्ट पर पहले के समान ही पैसा वसूली की जा रही है। बीजेपी की सरकार ऋण क्राइम करप्शन की सरकार है।
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