देवास। जिले के सतवास पुलिस थाने में हुई युवक की मौत के मामला तूल पकड़ रहा है। प्रदेश कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के बाद अब लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक्स पर घटना का विरोध जताया है। गांधी ने इसे हत्या करार दिया है।
इसके पहले रविवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा सहित कांग्रेस जनों ने सतवास थाने के बाहर धरना दिया था। पूरे थाना स्टाफ को निलंबित करने की मांग की थी।
हंगामे के चलते पोस्टमार्टम भी रविवार देर रात को हुआ। सोमवार को अंत्येष्टि हुई। मामले में सतवास थाना प्रभारी आशीष राजपूत को निलंबित किया जा चुका है। न्यायिक जांच की जा रही है।
- इस मामले की गूंज अब दिल्ली तक पहुंची है। सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इंटरनेट मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट लिखी।
- इसमें कहा कि एक तरफ मध्यप्रदेश के देवास में दलित युवक की पुलिस कस्टडी में हत्या की गई। दूसरी तरफ ओडिशा के बालासोर में आदिवासी महिलाओं को पेड़ से बांधकर पीटा गया है।
- ये दोनों घटनाएं दुखद, शर्मनाक और अत्यंत निंदनीय हैं। भाजपा की मनुवादी सोच के कारण उनके शासन वाले राज्यों में एक के बाद एक इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।
- सरकार की शह के बिना ये संभव नहीं है। देश के बहुजनों के साथ ऐसी बर्बरता किसी भी क़ीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
- हम उनके साथ हैं, उनके संवैधानिक अधिकारों के लिए और उन्हें न्याय दिलाने के लिए पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे।
- बता दें कि शनिवार देर शाम को सतवास थाने में बयान के लिए बुलाए गए युवक मुकेश लोंगरे (35) ने विवेचक कक्ष में फांसी लगा ली। युवक के खिलाफ एक महिला ने छेड़छाड़ की शिकायत की थी।
- इसकी जांच के चलते पुलिस ने युवक को बयान के लिए बुलाया था।
- बयान लिखने की कार्रवाई चल ही रही थी कि युवक ने अपने गमछे से खिड़की से फंदा बनाकर फांसी लगा ली।
- यह देख पुलिसकर्मियों ने उसे फंदे से अलग किया और अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डाक्टर ने जांच करके मृत घोषित कर दिया।
- जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद देवास से सतवास पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी लेकर सीसीटीवी फुटेज की जांच की।
- युवक की मौत की जानकारी मिलने के बाद थाना परिसर में स्वजनों व ग्रामीणों की भीड़ लग गई। लोगों ने पुलिस पर युवक से मारपीट, प्रताड़ना के आरोप लगाए।
- यह भी कहा कि घटना की उनको सूचना तक नहीं दी गई और शव को अस्पताल में छोड़कर आ गए। मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई।
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