उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में इन दिनों एक पालतू तोते का पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ हैं. दरअसल, परिवार का हिस्सा बन चुका 7 वर्षीय पालतू तोता ‘हैरी’ एक सप्ताह पहले घर से उड़कर गायब हो गया है. दीनदयाल नगर क्षेत्र की विनीता पांडे और उनका परिवार इस घटना से सदमे में हैं. विनीता ने उस तोते को तब से पालना शुरू किया था, जब वह महज 15-20 दिन का था. विनीता और उनके परिवार ने शहरभर में पोस्टर चस्पा किए हैं, जिसमें लिखा है कि ‘हैरी’ को ढूंढकर लाने वाले को 5000 रुपये का इनाम दिया जाएगा.
विनीता की बेटी विमानसा पांडे भी अपने तोते को लेकर उदास हैं और लगातार उसे ढूंढने के लिए क्षेत्र में घूम रही हैं. विनीता ने बताया कि उनका तोता हमेशा घर में खुले तौर पर रहता था और वह उसे बच्चों की तरह प्यार करती थीं. उनका कहना है कि सुबह हैरी की आवाज से उनकी नींद खुलती थी. लेकिन अब उसकी आवाज नहीं सुनाई देती, जिससे वह दुखी हैं.
विनीता पांडे मुरादाबाद के हेल्थ डिपार्टमेंट में क्लस्टर प्रोग्राम मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं. वह मूल रूप से बरेली की रहने वाली हैं और पिछले कुछ समय से रामगंगा विहार में किराए पर रह रही थीं. एक सप्ताह पहले, जब वह सीएमओ ऑफिस से घर वापस आईं, तो उनका तोता ‘हैरी’ घर में नहीं था.
विनीता ने तोते को पास-पड़ोस में तलाश किया, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला. इसके बाद उन्होंने शहरभर में तोते के पोस्टर लगाए और लोगों से अपील की कि अगर किसी को ‘हैरी’ मिले तो वह उन्हें सूचित करें.
तोते की खासियत
‘हैरी’ एक पहाड़ी एलेक्सेंडर प्रजाति का तोता है, विनीता ने बताया कि यह तोता बोलने में माहिर था. वह घर के लोगों से संवाद करता था और यहां तक कि आवाज भी पहचानता था. विनीता का कहना है, ‘अब सुबह की शुरुआत बिना हैरी के हो रही है, जो काफी दुखद है. हम उम्मीद करते हैं कि तोता सुरक्षित होगा और जल्द ही वापस लौटेगा.’
मेरठ में पालतू तोते ‘मिट्ठू’ के लिए पोस्टर
कुछ दिन पहले मेरठ में पालतू तोता ‘मिट्ठू’ लापता हो गया था. तोते की मालकिन आकांक्षा ने उसे ढूंढने के लिए पोस्टर लगाए और 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. आकांक्षा ने पुलिस से भी मदद की अपील भी की थी, क्योंकि उनका कहना था कि मिट्ठू उनके परिवार का हिस्सा है और उसका अचानक गायब हो जाना पूरे परिवार के लिए बेहद दुखद है.
इस घटना ने यह साबित किया है कि आजकल लोग अपने पालतू जानवरों को परिवार का हिस्सा मानते हैं और उनके बिना जीवन अधूरा सा लगता है. तोते का गुम होना न सिर्फ विनीता के लिए, बल्कि उनके पूरे परिवार के लिए एक भावनात्मक नुकसान है.
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