दिल्ली विधासभा चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ने लग गया है. आम आदमी पार्टी (आप) नेता अवध ओझा ने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की तुलना भगवान और कृष्ण के अवतार से की है. साथ ही साथ उन्होंने इस बात की भी उम्मीद जताई है कि 2029 में केजरीवाल प्रधानमंत्री बन सकते हैं. अभी कुछ सप्ताह पहले ही अवध ओझा आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं. वह पटपड़गंज सीट से आप के टिकट पर दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए अवध ओझा ने कहा, ‘अरविंद केजरीवाल जी निश्चित तौर पर भगवान हैं. मैं उनको कह चुका हूं कि वे कृष्ण के अवतार हैं. जब भी कोई व्यक्ति समाज बदलने की कोशिश करता है और गरीबों का मसीहा बनने की कोशिश करता है, तो उसके पीछे समाज के कंस पड़ जाते हैं. भगवान कृष्ण जेल में क्यों पैदा होते, देवकी और वासुदेव ने क्या बिगाड़ा था… समाज के कंस नहीं चाहते हैं कि कोई गरीबों और मजलूमों के लिए काम करे, सताए हुए लोगों के लिए काम करे.’
उन्होंने कहा, ‘दिल्ली की स्थिति पूरे भारत के लिए उदाहरण बनती जा रही है. सबकी हालत खराब है कि 2029 में कहीं केजरीवाल जी प्रधानमंत्री न बन जाएं. निश्चित तौर पर लोग उनके पीछे पड़े हुए हैं, मैं तो कहता हूं कि वो भगवान हैं. उन्होंने शिक्षा फ्री कर दी. स्वास्थ्य को लेकर हमारे नेता की बहुत बड़ी दूर दृष्टि है.’
कौन हैं अवध ओझा?
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के मूल निवासी शिक्षाविद् अवध प्रताप ओझा 2 दिसंबर को नई दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हुए थे. ओझा को लोकप्रिय रूप से ओझा सर कहा जाता है क्योंकि उन्होंने कोचिंग संस्थानों में यूपीएससी अभ्यर्थियों को पढ़ाया है.
पार्टी में शामिल होने के दौरान अवध ओझा ने पत्रकारों से कहा था कि वे आप के हर निर्देश का पालन करेंगे. ओझा ने मीडिया से बातचीत के दौरान भी विवाद खड़ा किया जब उनसे पीएम मोदी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी की तारीफ करने के बारे में पूछा गया. राजनीति में आने से पहले ओझा यूपीएससी उम्मीदवारों को इतिहास पढ़ाते थे और खुद का कोचिंग संस्थान चलाते थे. ओझा के पिता माता प्रसाद ओझा गोंडा में पोस्टमास्टर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं और उनकी मां वकील हैं.
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