महाराष्ट्र में पिछले एक हफ्ते से जारी नए मुख्यमंत्री को लेकर कयासों का दौर अब खत्म होने जा रहा है. अगले एक-दो दिन में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नए मुख्यमंत्री का ऐलान कर सकती है. एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री का नाम तय हो चुका है.
बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता की ओर से यह दावा किया गया कि राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस का नाम फाइनल कर दिया गया है और उन्हें आज या कल (2 या 3 दिसंबर) होने वाली पार्टी की बैठक में विधायक दल का नेता चुन लिया जाएगा. इससे पहले दिन में निवर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने फिर कहा था कि वह नए मुख्यमंत्री को लेकर बीजेपी के फैसले का समर्थन करेंगे.
कल तक होगी विधायक दल की बैठक
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस के नाम फाइनल हो गया है. पार्टी के विधायक दल की बैठक 2 या 3 दिसंबर को होगी जिसमें सदन का नेता चुना जाएगा.”
नई सरकार में ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे को उपमुख्यमंत्री का पद मिल सकता है और शिवसेना गृह विभाग चाहती है, एकनाथ ने कहा कि महायुति के सहयोगी (बीजेपी, एनसीपी और शिवसेना) एक साथ बैठकर आम सहमति से नई सरकार गठन का फैसला करेंगे.
5 दिसंबर को शपथ ग्रहण तय
महाराष्ट्र चुनाव में महायुति गठबंधन को बंपर जीत मिली है, लेकिन बड़ी जीत मिलने के 8 दिन बाद भी सरकार अस्तित्व में नई आ सकी है. चुनाव में बीजेपी 132 सीटों पर जीत के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, और वह अभी तक सदन में अपने नेता का चयन कर सकी है.
हालांकि महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार 5 दिसंबर की शाम को मुंबई के आजाद मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में होना प्रस्तावित है.
सहयोगी दलों के अलग-अलग दावे
बड़ी जीत के बाद बीजेपी अपने सहयोगियों, खासकर शिवसेना की डिमांड की वजह से सावधानी से आगे बढ़ रही है. एक ओर शिंदे की ओर से महायुति की एकता पर जोर दिया जा रहा है तो वहीं सहयोगी दलों के कुछ नेताओं ने अलग-अलग सुर में बात की.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता रावसाहेब दानवे ने कहा कि अगर अविभाजित शिवसेना ने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा होता, तो उनके खाते में और अधिक सीटें आतीं.
वहीं शिवसेना के विधायक गुलाबराव पाटिल ने यह दावा किया कि अगर अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) महायुति गठबंधन का हिस्सा नहीं होती, तो एकनाथ शिंदे की शिवसेना 90 से 100 सीटें जीतती. हालांकि इस पर अजित पवार की एनसीपी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की.
CM चयन से पहले गांव चले गए शिंदे
बीजेपी में अभी तक विधायक दल की बैठक नहीं हो पाई है. बैठक में विधायक दल का नेता ही प्रदेश का मुख्यमंत्री पद बनेगा. बीजेपी के सहयोगी दलों शिवसेना और एनसीपी ने एकनाथ शिंदे और अजित पवार के रूप में अपना-अपना विधायक दल का नेता चुन लिया है.
महायुति के एक वरिष्ठ नेता ने पीटीआई से कहा कि सहयोगी दल मिलकर इस बात पर फैसला करेंगे कि 5 दिसंबर को सिर्फ मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ही शपथ लेंगे या फिर अन्य मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी.
क्या शिंदे के बेटे बनेंगे DyCM
इस बीच निवर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पिछले हफ्ते शुक्रवार को सतारा जिले में अपने पैतृक गांव चले गए थे. ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि वे नई सरकार के गठन को लेकर खुश नहीं हैं. इस बीच वह गांव में बीमार पड़ गए. उन्हें वहां पर तेज बुखार हो गया था.
शिंदे ने कल रविवार को मुंबई के लिए रवाना होने से अपने गांव में कहा, “मैंने पहले ही कहा है कि बीजेपी नेतृत्व की ओर से मुख्यमंत्री पद पर लिया गया फैसला मुझे और शिवसेना को स्वीकार्य होगा और मेरा पूरा समर्थन होगा.” क्या नई सरकार में श्रीकांत शिंदे को उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा, साथ ही क्या शिवसेना ने गृह विभाग की मांग की है, इस पर शिंदे ने कहा, “बातचीत चल रही थी.”
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.