हरियाणा में कांग्रेस और AAP के बीच गठबंधन पर क्यों नहीं बनी बात? ये हैं तीन बड़ी वजह

हरियाणा विधानसभा चुनाव में नामांकन के आखिरी दिन कांग्रेस ने 49 और सीटों पर उम्मीदवार तय कर दिए हैं. इस तरह राज्य की 90 में से 89 सीटों पर कैंडिडेट तय हो गए हैं. इस तरह तस्वीर साफ हो गई कि आम आदमी पार्टी आप से गठबंधन नहीं हुआ तो सीपीएम को एक सीट देकर अपने साथ रख लिया है. उम्मीदवारों के नाम की घोषणा में इस कदर देरी की गई, जिससे टिकट न पाने वाले नेता किसी और दल से लड़ने की तैयारी न कर पाएं.

राहुल गांधी के चाहने के बावजूद कांग्रेस का आम आदमी पार्टी से गठबंधन नहीं हो सका है. हालांकि, गठबंधन के लिए गंभीर दिखने की कोशिश में कांग्रेस ने आखिर तक 9 सीटें रोककर रखीं. फिर भी बात नहीं बन पाई. इसके पीछे 3 बड़ी वजहें मानी जा रही हैं.

  1. आम आदमी पाार्टी केजरीवाल के करीबी पत्रकार से नेता बने अनुराग ढांडा के लिए कलायत समेत ग्रामीण सीटें चाह रही थी. मगर, कांग्रेस उसके लिए तैयार नहीं थी.
  2. कांग्रेस 5 से ज्यादा सीटें देने के लिए तैयार नहीं थी. साथ ही वो आम आदमी पार्टी को शहरी सीटें ही दे रही थी.
    1. कांग्रेस अपनी शर्तों पर समझौता चाहती थी. अब कांग्रेस को लगता है कि वो अपनी तरफ से संदेश देने में सफल रही कि इंडिया गठबंधन का सबसे बड़ा दल होने के नाते वो सबको साथ लेकर चलना चाहती है. भले ही आप से बात न बन पाई हो. इसलिए वो झुकने को तैयार नहीं हुई.
  3. सपा और एनसीपी को नहीं मिली सीट

    कांग्रेस ने भिवानी सीट सीपीएम के लिए छोड़कर गठबंधन के लिए अपनी गंभीर कोशिश का संदेश देने की कोशिश की है. वहीं सपा और एनसीपी को टिकट बंटवारे में सीट नहीं मिल पाई. इसके पीछे कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि आखिरी वक्त में उनके सिंबल पर प्रत्याशी लड़ाने से नुकसान हो सकता है. ये सपा और एनसीपी से चर्चा करके हुआ है.

    हालांकि, समाजवादी पार्टी को महाराष्ट्र में सीटें दिए जाने का भरोसा दिया गया है. वहीं, पार्टी में हिसार से सांसद जेपी के बेटे विकास कलायत से, अंबाला से सांसद वरुण मुलाना की पत्नी पूजा चौधरी को मुलाना से और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला के बेटे आदित्य कैथल से टिकट पाने में कामयाब रहे. सांसदों को टिकट नहीं देने के फैसले के तहत खुद रणदीप सुरजेवाला और कुमारी सैलजा को टिकट नहीं मिला.

    राहुल के करीबी वीरेंद्र टिकट पाने में रहे कामयाब

    दिलचस्प ये रहा कि लगातार दो बार से हारे उम्मीदवारों को टिकट नहीं देने का फैसला स्क्रीनिंग कमेटी ने किया था. मगर, लेकिन राहुल के करीबी लगातार 3 बार हारे वीरेंद्र राठौर फिर टिकट पाने में कामयाब रहे. कुल मिलाकर 89 उम्मीदवारों की सूची में 70 नाम हुड्डा खेमे के, 9 नाम सैलजा खेमे के, 2 नाम सुरजेवाला खेमे के, 7 नाम सीदे नेतृत्व ने तय किए और एक सीट अजय यादव खेमे को मिली है.

    आलाकमान ने ये भी साफ कर दिया है कि मुख्यमंत्री का कोई चेहरा नहीं होगा. चुनाव के बाद विधायकों से राय लेकर सीएम का फैसला होगा. शायद इसीलिए सीएम की दावेदारी जता रहे सुरजेवाला और सैलजा 2004 के चुनाव की याद दिलाकर समर्थकों को संदेदेश दे रहे हैं कि तब भजनलाल समर्थकों को ज्यादा टिकट मिले थे लेकिन सीएम उस वक्त सांसद रहे भूपिंदर हुड्डा बने थे.

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.

क्या धारावी की जमीन के मालिक बन जाएंगे अडानी, जानिए असल कहानी?     |     EVM के इस्तेमाल की जिद क्यों? एलन मस्क की टिप्पणी के बाद अखिलेश यादव का सवाल     |     इंस्टा पर दोस्ती, होटल ले जाकर दोस्तों ने किया गंदा काम… सुसाइड से पहले युवक बता गया दर्द भरी दास्तां     |     तांत्रिक ने बीमारी ठीक करने का झांसा देकर महिला से किया दुष्कर्म     |     T20 World Cup: पाकिस्तान के बाहर होने पर सिद्धू ने खोली ICC की पोल, गावस्कर ने भी की खिंचाई     |     संसद में अब 2014 और 2019 वाली स्थिति नहीं…कभी भी गिर सकती है सरकार, स्पीकर पद को लेकर संजय राउत का बड़ा बयान     |     आयकर में दान पर टैक्स छूट के लिए फार्म 10बीई जरूर लें करदाता     |     राहुल गांधी ने छोड़ी वायनाड सीट तो प्रियंका गांधी होंगी उम्मीदवार! अगले तीन दिन में होगा फैसला     |     कोटा कोचिंग सेंटर में IIT की तैयारी करने वाले छात्र ने किया सुसाइड     |     उज्जैन से पीएमश्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा शुरू, CM मोहन यादव ने दिखाई हरी झंडी     |     स्वतंत्र कुमार सिंह ने कहा- यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से पूरी तरह हट जाएगा रासायनिक कचरा     |     नए साल के पहले दिन खजराना गणेश का आशीर्वाद पाने उमड़े भक्त     |     उज्जैन के महाकाल से लेकर वाराणसी के अस्सी घाट तक… नए साल पर मंदिरों में दर्शन के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़     |     उज्जैन: पता नहीं बताने पर आंखों में झोंकी मिर्च, लोहे के डंडे से पीटा… चीखता रहा इंजीनियर     |     बहन से की छेड़छाड़ तो भाई ने लिया बदला, प्राइवेट पार्ट काट उतारा मौत के घाट, 8 महीने बाद हुआ गिरफ्तार     |     इंदौर में शांतिपूर्ण तरीके से हुआ नए साल का आगाज, पुलिस रही सतर्क, ड्रोन कैमरे से रखी गई नजर     |     पत्नी के साथ मनाना चाहता था नया साल, पत्नी ने मना किया तो पति ने उठाया खौफनाक कदम     |     बाबा महाकाल के दर्शन से नए साल की शुरुआत, भस्म आरती में उमड़े हजारों श्रद्धालु     |     भोपाल गैस त्रासदी : 40 साल बाद यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा आज रात के अंधेरे में भेजा जाएगा पीथमपुर     |     साल के पहले दिन खजराना में भक्तों का उमड़ा सैलाब, गणेश जी के दर्शन कर की सुख समृद्धि की कामना     |    

Pradesh Samna
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए सम्पर्क करें