संदेशखाली में BJP ने रची थी साजिश, वायरल वीडियो के बाद ममता बनर्जी का हमला

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं के अत्याचार और ईडी अधिकारियों पर हमले की घटना को लेकर तृणमूल कांग्रेस बैकफुट पर थी, लेकिन अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संदेशखाली की घटना को लेकर वायरल वीडियो के बाद बीजेपी पर हमला बोला है. ममता बनर्जी ने कहा कि वह जानती थी कि संदेशखाली की साजिश बीजेपी ने रची थी और आज इसका पर्दाफाश हो गया है. बंगाल के राज्यपाल पर कथित रूप से महिलाओं के साथ छेड़छाड़ के आरोप पर भी ममता बनर्जी ने तंज कसा है. बता दें कि संदेशखाली की घटना को लकेर बीजेपी के नेता शुभेंदु अधिकारी का एक वीडियो वायरल हुआ है.

उन्होंने कहा कि राज्यपाल क्या कर रहे हैं? महिलाओं से छेड़छाड़ हो रही है और पीएम रात में राजभवन में रुक रहे हैं और चुप्पी साधे हुए हैं. क्या वह राज्यपाल को कोई संदेश नहीं दे सकते थे?

ममता बनर्जी ने ट्वीट किया कि संदेशखाली का चौंकाने वाला स्टिंग दिखाता है कि भाजपा के भीतर कितनी गहरी सड़ांध है. बंगाल की प्रगतिशील सोच और संस्कृति के प्रति अपनी नफरत में बांग्ला-विरोधियों ने हमारे राज्य को हर संभव स्तर पर बदनाम करने की साजिश रची है.

उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में पहले कभी भी दिल्ली की किसी सत्ताधारी पार्टी ने पूरे राज्य और उसके लोगों को बदनाम करने की कोशिश नहीं की. इतिहास गवाह रहेगा कि कैसे बंगाल दिल्ली के षड्यंत्रकारी शासन के खिलाफ जाग उठेगा.

एनसीआर-सीएए लागू होने नहीं देंगी

इसके बाद नदिया की जनसभा से ममता बनर्जी ने कहा कि वह कभी भी एनआरसी की इजाजत नहीं दूंगी. आपका अधिकार कभी कोई नहीं छीन सकता है. असम में भाजपा ने 19 लाख हिंदुओं को जबरन उनके घरों से निकालकर डिटेंशन कैंप में पहुंचा दिया. बंगाल में ऐसा नहीं होगा. आप मुझे गाली दें. हमारा पैसा रोक दें, लेकिन उन्हें इसकी परवाह नहीं है. जब वह कहती हैं कि वह एनआरसी की इजाजत नहीं देंगी, तो इसका साफ मतलब है कि बंगाल में एनआरसी लागू नहीं होगा.

बीजेपी ने दिया है धोखा

भाजपा से टीएमसी में शामिल हुए मुकुटमणि का जिक्र करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि मुकुटमणि भाजपा छोड़ तृणमूल में क्यों आये? वे सभी इस घटना को जानते हैं. वहां कुछ भी नहीं है. केवल धोखा दिया जा रहा है. 2014 में मतुआ समुदाय से कहा गया था कि उन्हें वोट दें, उन्हें बिना शर्त नागरिकता दी जाएगी. 2019 में भी यही गया कि अगर मैं कहूं तो 2021 में सीएए करूंगा. अब 2024 में यह कहा गया है कि सीएए को अधिसूचित किया गया है, लेकिन किसी ने आवेदन नहीं किया है. इसका मतलब है कि उन्होंने आपको विदेशी बनाने की योजना बनाई है.

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