मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है। तेंग्नौपाल जिले के मोरेह में उपद्रवियों ने सुरक्षाकर्मियों पर फायरिंग की और सुरक्षा चौकी पर बम भी फेंके, जिसमें आईआरबी की मौत हो गई है। इसी बीच मणिपुर सरकार ने सीमावर्ती शहर मोरेह में कानून व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर आपातकालीन जरूरतों को देखते हुए गृह मंत्रालय से बुधवार को हेलीकॉप्टर की मांग की है।
गृह मंत्रालय से मांगे हेलीकॉप्टर
राज्य के गृह आयुक्त टी. रणजीत सिंह ने गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव (पुलिस द्वितीय प्रभाग) को लिखे एक पत्र में कहा, ‘‘सीमावर्ती शहर मोरेह में कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंता का विषय बनी हुई है क्योंकि वहां लगातार गोलीबारी हो रही है और इसके चलते आज सुबह भारतीय आरक्षित वाहिनी (आईआरबी) के एक जवान की मौत हो गई है।” पत्र में कहा, ‘‘मोरेह में उत्पन्न स्थिति को देखते हुए, कभी भी चिकित्सीय आपातकाल के हालात बन सकते हैं।” मणिपुर सरकार ने गृह मंत्रालय से कम से कम सात दिनों के लिए हेलीकॉप्टर मांगे हैं।
जवानों और उग्रवादियों के बीच हुई गोलीबारी
मोरेह शहर में बुधवार सुबह अलग-अलग तीन से अधिक स्थानों पर सुरक्षा बलों और अत्याधुनिक हथियारों से लैस संदिग्ध कुकी उग्रवादियों के बीच भारी गोलीबारी हुई। मोरेह, राज्य की राजधानी इंफाल से 105 किमी दूर है। तेंगनोउपल जिले में कानून-व्यवस्था की संवेदनशील स्थिति और कुकी उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर हमला करने तथा आदिवासी महिलाओं द्वारा राजमार्ग को अवरुध करने जैसे खतरे को देखते हुए घायल कर्मियों को अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर सेवा ही एकमात्र सुविधाजनक तरीका है।
पुलिस का एक जवान शहीद
पत्र में यह भी लिखा गया कि गृह मंत्रालय ने चार जनवरी को यह बताने के लिए कहा था कि कितनी अवधि और संख्या में गृह मंत्रालय के हेलीकॉप्टर की जरूरत है, क्योंकि उत्तर पूर्व क्षेत्र में सीमित संसाधनों के कारण गृह मंत्रालय के हेलीकॉप्टर को एक ही स्थान पर लंबे समय तक उपलब्ध कराना संभव नहीं हो सकता है। पुलिस ने बताया कि बुधवार को मोरेह कस्बे में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने सुरक्षा बलों के वाहन पर हमला कर दिया, जिसमें राज्य पुलिस का एक जवान शहीद हो गया। पुलिस ने बताया कि बुधवार सुबह मोरेह शहर में तीन अलग-अलग स्थानों पर सुरक्षा बलों और संदिग्ध कुकी आतंकवादियों के बीच गोलीबारी हुई।
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